Air Purifier: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते एयर पॉल्यूशन ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। धुंध के चलते विजिबिलिटी भी कम हो गई है। इस प्रदूषण से बचने के लिए लोग अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। जहां लोग मास्क लगाकर घूम रहे हैं तो वहीं कुछ एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर साफ हवा लेना चाहते हैं। हालांकि एयर प्यूरीफायर को लेकर एम्स के पूर्व निदेशक और वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया ने स्थिति साफ करने की कोशिश की।
एयर प्यूरीफायर उतने प्रभावी नहीं हैं
डॉ. गुलेरिया ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा- ”एयर प्यूरीफायर उतने प्रभावी नहीं हैं। वे बहुत फायदेमंद नहीं हो सकते। हालांकि ये एक अस्थायी समाधान हो सकता है। डॉ. गुलेरिया ने आगे कहा- कुछ डेटा हैं, जो कहते हैं कि एयर प्यूरीफायर कुछ हद तक मदद कर सकते हैं, लेकिन इस बारे में बहुत मजबूत आंकड़े नहीं हैं। इस पर स्टडी की जरूरत है।”
”हालांकि लोग सोचते हैं कि यदि हम रात को सोते समय बंद कमरे में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें तो एक्यूआई थोड़ा कम हो जाता है। इससे सांस में राहत मिल सकती है। हालांकि इसे लगाने में नुकसान नहीं है, लेकिन ये नहीं कहा जा सकता कि उससे बहुत ज्यादा फायदा होगा क्योंकि कभी न कभी आपको घर से बाहर निकलना होगा, दूसरा हमारे घर एयर टाइट नहीं होते, इसलिए पॉल्यूशन खिड़की या दरवाजे से अंदर आएगा। इसलिए प्रोटेक्शन पूरी तरह से नहीं मिल पाती।”
#WATCH | Delhi: On precautions for the high air pollution, former AIIMS Director and Senior Pulmonologist Dr Randeep Guleria says, "High-risk groups like women and children, and the people with co-morbidities, chronic respiratory problem, heart problem, low immunity, such people… pic.twitter.com/FhpoJMcEUT
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) November 6, 2023
धूप में निकलना चाहिए बाहर
डॉ. गुलेरिया ने इसके साथ ही वायु प्रदूषण के लिए बचने के लिए कुछ सावधानियों पर भी बात की। उन्होंने कहा- ”हाई रिस्क वाले ग्रुप्स- जिनमें महिलाएं और बच्चे, सांस और हृदय की पुरानी समस्या और कम इम्यूनिटी वाले लोगों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। उन्हें घर के अंदर ही रहना चाहिए। अगर बाहर जाना जरूरी है तो उन्हें मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। वे एक्यूआई देखकर ही अपना ट्रिप प्लान करें।”
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उन्हें दिन में घर से निकलना चाहिए क्योंकि धूप में जमीनी स्तर पर प्रदूषण तुलनात्मक रूप से कम होता है। सुबह व शाम को ठंड ज्यादा होने पर ग्राउंड लेवल पर पॉल्यूशन ज्यादा होता है। वरिष्ठ नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सुबह जल्दी या देर शाम को सैर पर न जाएं। वे धूप निकलने के बाद ही सैर पर जाएं।