मैंगलोर से करीब 60-70 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में 14 मई की सुबह एक मालवाहक जहाज डूब गया था। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने MSB सलामत के चालक दल के छह जिंदा सदस्यों को सफलतापूर्वक समुद्र से बाहर निकाल लिया गया। 14 मई की रात 12 बजकर 15 मिनट पर आईसीजी को ट्रांजिटिंग वेसिल एमटी एपिक सुसुई से संकट में होने का अलर्ट मिला था। समुद्र की खतरान लहरों के बीच समुद्र के सिकंदर यानी भारतीय कोस्ट गार्ड एक बार फिर से देव दूत बनकर सामने आई है।
14 मई को डूबा था जहाज
आपको बता दें कि 14 मई 2025 की रात को आईसीजी को ट्रांजिटिंग वेसिल एमटी एपिक सुसुई से किसी बड़े खतरे का अर्लट जारी किया गया था। इस जहाज ने कर्नाटक के सुरथकल के तट से करीब 52 समुद्री मील दूर छह जिंदा लोगों की एक छोटी सी नाव में देखा था। अलर्ट मिलते ही क्षेत्र में नियमित गश्त कर रहे आईसीजी जहाज विक्रम को तुरंत उनकी मदद के लिए भेजा गया।
आईसीजी ने 6 लोगों को बचाया
आईसीजी ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी 6 लोगों को डिंगी से ढूंढ निकाला और उनको समुद्र से बाहर निकाल लिया। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमएसवी सलामत, 12 मई को मैंगलोर बंदरगाह से लक्षद्वीप के कदमत द्वीप के रास्ते रवाना हुआ था। ये जहाज सीमेंट और निर्माण सामग्री लेकर जा रहा था। इसके डूबने की वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है।
जहाज में 6 लोग थे सवार
बता दें कि बचाए गए चालक दल के सदस्यों की पहचान इस्माइल शरीफ, अलेमुन अहमद भाई घवड़ा, काकल सुलेमान इस्माइल, अकबर अब्दुल सुरानी, कसम इस्माइल मेपानी और अजमल के रूप में हुई है। जैसे ही जहाज डूबा ये लोग इससे बाहर निकले और एक छोटी सी नाव पर चढ़ने में कामयाब रहे।
जहाज कैसे डूबा? कोई जानकारी नहीं
बता दें कि जहाज कैसे डूबा है? इसकी जानकारी भारतीय कोस्ट गार्ड ले रही है। ये सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं। आईसीजी की मदद से इनको 15 मई को न्यू मैंगलोर पोर्ट ले जाया गया। लोकल सिनीयर अफसर बचाए गए कर्मियों से पूछताछ कर रहे है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि जहाज आखिर किन वजहों से डूब गया था। भारतीय तटरक्षक बल समुद्र में जीवन की सुरक्षा और पूरे क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती है।