भारत में अच्छे पैकेज के साथ नौकरी करने वाले और बिजनेस करने वाले लोगों की हमेशा शिकायत रहती है कि उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा टैक्स के रूप में सरकार को देना पड़ता है। सोशल मीडिया पर भारत के टैक्स सिस्टम को लेकर कई मीम्स भी बनाए जाते हैं। अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि भारत में सरकार लोगों की कमाई से जरूरत से ज्यादा टैक्स ले रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में ही एक राज्य ऐसा है जहां से सरकार 0% टैक्स लेती है? हम बात कर रहे हैं सिक्किम राज्य की…
मन की बात: सिक्किम का वो शख्स जिसकी PM Modi ने खूब तारीफ की
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दरअसल, सिक्किम देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां के नागरिक कितना भी कमा लें, लेकिन भारत सरकार उनसे एक रुपये टैक्स भी नहीं लेती है। लेकिन सवाल यह है कि भारत का हिस्सा होने के बावजूद सिक्किम के लिए नियम अलग क्यों है?
क्या कहता है इतिहास?
साल 1975 से पहले सिक्किम भारत का हिस्सा नहीं था। उस समय सिक्किम में राजा चोग्याल का राज था। राजा चोग्याल की नीतियों के अनुसार, उनके राज्य में कोई भी व्यक्ति इंकम टैक्स नहीं भरता था। वहीं, साल 1975 में राजा चोग्याल से जब सिक्किम को भारत के साथ जुड़ने की बात शुरू हुई, तब उन्होंने भारत सरकार के सामने एक शर्त रखी। जिसमें उन्होंने कहा कि भारत से जुड़ने के बाद भी सिक्किम में उनकी ही टैक्स नीति लागू रहेगी। उनकी इस शर्त को भारत सरकार ने बिना किसी परेशानी के स्वीकार कर लिया। हालांकि, इस नीति का लाभ सिर्फ सिक्किम के लोगों ही उठा सकते हैं।
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नहीं चलेगी कोई चालाकी…
जानकारी के अनुसार, साल 2008 के बाद से अगर सिक्किम की कोई लड़की भारत के किसी राज्य में शादी करती है तो ऐसे में उसका टैक्स रिजीम वाला अधिकार खत्म हो जाएगा। इसके अलावा अगर किसी राज्य का व्यक्ति सिक्किम में व्यापार या नौकरी करने जाता है तो उसे इस सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा। इस सुविधा का लाभ सिर्फ सिक्किम के स्थानीय लोगों को मिलेगा, जो यहां पर साल 1971 के पहले से रहे हैं।