Indian Government E Passport Features: भारतीयों के लिए विदेशों में सफर करना काफी आसान होने वाला है, क्योंकि भारत सरकार ई-पासपोर्ट लॉन्च करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा की मोदी सरकार की योजना मार्च के पहले हफ्ते में इसे लॉन्च करने की तैयारी है।
ई-पासपोर्ट बुकलेट की तरह दिखेगा, लेकिन इसमें एक पेज पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगी होगी। साथ में छोटा-सा फोल्डेबल एंटीना होगा। ई-पासपोर्ट का ट्रायल हो चुका है। महाराष्ट्र के नासिक में इंडियन सिक्योरिटी प्रेस 4.5 करोड़ ई-पासपोर्ट बनाने का ऑर्डर दिया जा चुका है।
मेट्रो स्टेशन की तरह ग्रीन सिग्नल मिलेगा
ई-पासपोर्ट बन जाने पर लोग एक पासपोर्ट से 140 देशों की यात्रा कर सकेंगे। अलग देश के अलग पासपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। इमिग्रेशन क्लीयर कराने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, लेकिन 72 घंटे पहले ट्रिप की जानकारी एजेंसी को देनी होगी।
यह मेट्रो स्टेशन में एंट्री करने जैसा होगा। इमिग्रेशन क्लीयर करने के लिए दिल्ली-मुंबई एयरपोर्ट और देशभर के अन्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर क्लीयरेंस सिस्टम लगाने की तैयारी है। ई-पासपोर्ट आवेदक की उम्र के आधार पर 5 से 10 साल के लिए वैलिड होगा।
ई-पासपोर्ट के फायदे
- बायोमीट्रिक डिटेल समेत सभी तरह की डिटेल चिप में होगी।
- चिप से पैसेंजर के असली-नकली और अपराधी होने का पता चलेगा।
- ई-पासपोर्ट होने से कबूतरबाजी जैसी घटनाएं नहीं हो पाएंगी।
- अपराधी देश छोड़कर नहीं भाग पाएंगे। डुप्लीकेट पासपोर्ट नहीं बनवा पाएंगे।
- कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश करेगा तो ऑथेंटिकेशन फेल हो जाएगा।
- कोई चिप से डाटा नहीं निकाल पाएगा, न ही डिलीट कर पाएगा।
ई-पासपोर्ट की चिप में क्या-क्या होगा?
64KB की चिप में डेमोग्राफिक, बायोमीट्रिक इंफोर्मेशन्स, 10 उंगलियों के फिंगर प्रिंट, आइरिस स्कैन, कलर्ड फोटोग्राफ, डिजिटल सिग्नेचर। ई-पासपोर्ट IIT कानपुर, नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC), भारत सुरक्षा प्रेस और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने मिलकर बनाया है। ई-पासपोर्ट बनवाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना होगा।