India Responds Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी वायुसेना की एयर स्ट्राइक में 30 महिलाओं और बच्चों की मौत देख भारत ने भड़कते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने भारत की ओर से बयान दिया. उन्होंने भारत की ओर से पाकिस्तान को उस आतंकवाद और आतंकियों की फैक्ट्री की याद दिलाई, जिसे पाकिस्तान ने पैसा और पनाह देने की नीति अपनाई हुई है और जिस पर अब पाकिस्तान की बुनियाद टिकी है.
#BREAKING: Indian Diplomat Kshitij Tyagi at UN Human Rights Council exposes Pakistan for bombing their own people in KPK yesterday apart from persecution, human rights violations and illegally occupying Indian territory.
“A delegation that epitomises the antithesis of this… pic.twitter.com/E1CgY1PBsV---विज्ञापन---— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 23, 2025
भारत ने UNHRC में खोली पाकिस्तान की पोल
भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने यूनाइडेट नेशन्स ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) में बयान देकर पाकिस्तान की पोल खोली और बताया कि कैसे खैबर पख्तूनख्वा में अपने ही लोगों पर बम गिराकर और उत्पीड़न करके पाकिस्तान मानवाधिकार उल्लंघन कर रहा है? भारतीय क्षेत्रों पर अवैध तरीके से कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. क्षितिज त्यागी ने कहा है कि अपने नागरिकों पर बम गिराने और भारत के खिलाफ निराधार और भड़काऊ बयान देने से फुर्सत निकालकर पाकिस्तान अपनी तेजी से गिरती इकोनॉमी पर ध्यान दे.
पाकिस्तान को अर्थव्यवस्था को बचाने की सलाह
भारत के क्षेत्र पर कब्जा करने का लालच करने के बजाय पाकिस्तान को वे भारतीय क्षेत्र खाली करने चाहिए, जिन पर उसने अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है. पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि महंगाई ने उसे वेंटिलेंटर पर डाल रखा है. पाकिस्तान को अपनी सरकार को सैन्य प्रभुत्व से बचाना चाहिए. मानवाधिकार उल्ल्ंघन के रिकॉर्ड पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि आतंकवाद और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों को पनाह देने के लिए आए दिन नीतियां और नियम बनाए.
भारत ने बमबारी और 30 मौतों पर उठाए सवाल
बता दें कि भारतीय राजनयिक ने यूनाइटेड नेशन्स में बयान देकर खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान की बमबारी में मारे गए लोगों की तस्वीरें देखकर पूरी असेंबली का ध्यान खींचा और बताया कि पाकिस्तान कैसे अपनी ही आवाम में अत्याचार कर रहा है. उन्हें आतंकवादी समझकर बमबारी करके मौत के घाट उतार रहा है. पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में बसे गांव पर 22 सितंबर की रात को बम गिराए थे. हमले में बच्चों और महिलाओं समेत 30 लोगों की मौत हो गई. खैबर पख्तूनख्वा के लोगों और सांसदों ने हमले को ‘जेट बॉम्बिंग’ कहा, लेकिन भारत पाकिस्तान से एक सवाल करता है कि क्या मासूम बच्चे और महिलाएं आतंकवादी थीं, जिन्हें इस तरह मौत की नींद सुला दिया गया.