नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से भारत और चीन के सेना ने पीछे हटने का फैसला लिया है। दोनों देशों के सेनाओं की ओर से गुरुवार शाम एक संयुक्त बयान जारी किया गया। बयान में कहा गया है कि भारतीय और चीनी सैनिकों ने 16वें दौर की सैन्य वार्ता में आम सहमति पर पहुंचने के बाद लद्दाख के गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स से पीछे हटना शुरू कर दिया है।
‘सीमावर्ती इलाके में शांति के लिए ये फैसला अनुकूल’
संयुक्त बयान में कहा गया है कि 8 सितंबर 2022 को भारत और चीन के कोर कमांडर स्तर की बैठक के 16 वें दौर में बनी आम सहमति के अनुसार, गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स (पीपी-15) क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों ने योजनाबद्ध तरीके से पीछे हटना शुरू कर दिया है। ये फैसला सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति के लिए अनुकूल है। बता दें कि भारत और चीन के बीच 16वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता 17 जुलाई को हुई थी। इससे पहले दोनों पक्ष मार्च में बातचीत के लिए मिले थे।
भारत-चीन के सैनिक LAC पर पीछे हटेंगे, बातचीत के 16वें दौर की बातचीत में लिया गया फ़ैसला। pic.twitter.com/x8S9n39002
— News24 (@news24tvchannel) September 8, 2022
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गलवान हिंसा के बाद और बिगड़ी थी स्थिति
अप्रैल-मई 2020 से फिंगर एरिया, गलवान वैली, कोंगरुंग नाला सहित कई क्षेत्रों में चीनी सेना द्वारा किए गए उल्लंघन को लेकर गतिरोध बना हुआ था। जून 2020 में गालवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़पों के बाद स्थिति और खराब हो गई।
जून में भारतीय सेना के पास चीनी लड़ाकू विमानों ने भरी थी उड़ान
बता दें कि चीन ने लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक फैली 3,488 किलोमीटर की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ सैन्य बंकर और हेलीपैड, बंदूक और मिसाइल की स्थिति, सड़कों और पुलों जैसे नए सैन्य बुनियादी ढांचे का लगातार निर्माण किया है। एक चीनी लड़ाकू जेट ने भी हाल ही में 28 जून को पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना की स्थिति के बहुत करीब से उड़ान भरी थी।