India’s Biggest Data Leak: देश का सबसे बड़ा डेटा लीक होने की बात सामने आ रही है। खबरों के मुताबिक इसमें 81 करोड़ भारतीयों के डिटेल्स की सेल लगी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के पास मौजूद साढ़े 81 करोड़ भारतीयों की डिटेल्स बिक रही हैं। माना जा रहा है कि यह देश का अबतक का सबसे बड़ा डेटा लीक है।
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट न्यूज़ 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक आईसीएमआर द्वारा शिकायत दर्ज करने के बाद सीबीआई इस मामले की जांच कर सकती है। यह कदम इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उठाया गया है। इसमें लोगों के नाम, फोन नंबर और पते के साथ आधार और पासपोर्ट की जानकारी भी शामिल है। दावा किया गया है कि लोगों के कोविड-19 टेस्ट के दौरान निकाला गया डेटा आईसीएमआर से प्राप्त किया गया था। डेटाबेस का विज्ञापन एक थ्रेट एक्टर ने डाला है। उसका ट्विटर हैंडल भी है। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि डेटा कहां से लीक हुआ है।
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आईसीएमआर पर साइबर हमले की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक कहा गया है कि आईसीएमआर फरवरी से ही कई साइबर हमले के प्रयासों का सामना कर रहा है। इसकी जानकारी केंद्रीय एजेंसियों के साथ-साथ परिषद को भी थी। पिछले साल आईसीएमआर के सर्वर को हैक करने की 6,000 से अधिक कोशिशें की गईं। एजेंसियों ने आईसीएमआर से किसी भी डेटा लीक को रोकने के लिए कदम उठाने को भी कहा है।
बड़ी एजेंसी से जांच कराने की हो रही है मांग
सूत्रों के मुताबिक नोडल एजेंसी ने हैकिंग और फिशिंग के खतरों को लेकर आईसीएमआर को जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक सैंपल डेटा आईसीएमआर के डेटा से मिल रहा है। मंत्रालय और एजेंसियां इसे लेकर सतर्क हो गई हैं। कई बड़े अधिकारी भी इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए इसमें शामिल किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक डेटा लीक करने में विदेशी हाथ भी हो सकता है। इसलिए किसी बड़ी एजेंसी से इसकी जांच कराना बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि पिछले साल दिल्ली स्थित एम्स को भी साइबर हमले का सामना करना पड़ा था।
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