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1998 में आज ही के दिन Sachin Tendulkar ने रचा था इतिहास, बने थे प्लेयर ऑफ द मैच

History of the Day: सचिन तेंदुलकर ने आज 9 मार्च के दिन ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इतिहास रचा था।मास्टर ब्लास्टर ने 155 रन की नाबाद पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई थी। शेन वार्न की स्पिन बॉलिंग के खिलाफ धुंआधार चौके-छक्के लगाकर मैच को रोमांचक बना दिया था।

Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: Mar 9, 2025 11:41
History of the Day

On This Day 9 March 1998: आज 9 मार्च 2025 दिन रविवार को दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मैच होगा। भारत और न्यूजीलैंड के बीच रोमांचक मुकाबले का इंतजार देश के 140 करोड़ों लोगों को है। पूरी दुनिया की नजर इस मैच पर टिकी है, लेकिन आज 9 मार्च का दिन क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार पारी के लिए भी दर्ज है। जी हां, आज से 27 साल पहले सचिन तेंदुलकर ने शानदान नाबाद पारी खेली थी।

मास्टर ब्लास्टर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ अपनी सबसे बेहतरीन टेस्ट पारी खेली थी। उन्होंने चेन्नई में मार्क टेलर की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियन टीम के खिलाफ़ नाबाद 155 रन बनाए थे। सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर पहले टेस्ट मैच में ही इतनी बड़ी नाबाद पानी खेली थी। 14 चौके और 6 छक्के लगाकर सचिन ने भारतीय क्रिकेट टीम को 179 रनों से जीत दिलाई थी। सचिन को इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।

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इस मैच को सचिन की पारी के साथ-साथ मास्टर ब्लास्टर के खिलाफ शेन वॉर्न की स्पिन बॉलिंग के लिए भी जाना जाएगा, क्योंकि सचिन ने स्पिन बॉलिंग के खिलाफ ही धुंआधार बल्लेबाजी की थी और काफी सुर्खियां भी बटोरी थीं।

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शेन वार्न के डेब्यू मैच में भी बनाए से नाबाद 148

साल 1998 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के भारत दौरे से पहले ही सचिन तेंदुलकर और शेन वॉर्न के बीच की जंग होने की सुर्खियां थीं। क्रिकेट गलियारों में चर्चा होती थी कि जो इस जंग को जीतेगा, वहीं देश सीरीज जीतेगा। सचिन और वॉर्न के बीच प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत तब हुई थी, जब सचिन तेंदुलकर ने शेन वार्न के डेब्यू टेस्ट मैच में ही नाबाद 148 रन की पारी खेली थी। इसके बाद शेन वॉर्न ने अपनी गेंदबाजी में काफी सुधार किया और साल 1998 तक वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनरों में से एक बन गए थे।

साल 1998 में 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 6 मार्च को बेंगलुरु के MA चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 257 रन बनाए। नयन मोंगिया, नवजोत सिंह सिद्धू और राहुल द्रविड़ ने अर्धशतक लगाए थे। मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई वाली टीम में सचिन तेंदुलकर ने दूसरी पारी में राहुल द्रविड़ और मोहम्मद अजहरुद्दीन के साथ साझेदारी करके मैच कब्जा लिया था।

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शेन वार्न को आते थे सचिन तेंदुलकर के सपने

मास्टर ब्लास्टर ने मैच के चौथे दिन लंच से पहले अर्धशतक बनाया। जब शेन वॉर्न गेंदबाजी करने आए तो सचिन पहले से तैयार थे। पहली पारी में अपनी असफलता से सबक लेते हुए सचिन ने शेन वार्न की गेंदों को मिड-विकेट के पार पहुंचाया। भारतीय क्रिकेटर्स ने फुटवर्क के जरिए शेन वॉर्न की गेंदों को या तो फुल पर खेला या फिर पीछे की ओर झुकते हुए कट किया। शेन वॉर्न की स्पिन बॉलिंग को बेअसर करने के बाद सचिन ने भारतीय पारी घोषित होने से पहले स्कोर बोर्ड पर 418 रन जोड़ दिए थे।

ऑस्ट्रेलिया को 348 रनों का लक्ष्य मिला, लेकिन टीम 168 रनों पर ढेर हो गई थी। सचिन की नाबाद 155 रन की पारी ने सीरीज की दिशा तय कर दी और भारत ने 2-1 से यह सीरीज जीती थी। सीरीज पूरी होने के बाद शेन वॉर्न ने स्वीकार किया कि उन्हें सपने आते थे कि वे सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी कर रहे हैं। वहीं सचिन तेंदुलकर हमेशा ही शेन वार्न के लिए बड़ी चुनौती बने रहे।

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Edited By

Khushbu Goyal

First published on: Mar 09, 2025 10:45 AM

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