---विज्ञापन---

देश

सावधान! 56 पहुंचा तापमान; दिल्ली के बाद नागपुर के टेंपरेचर पर IMD के अलर्ट बढ़ा रहे टेंशन

Highest Temperature Records In Nagpur: दिल्ली का तापमान 52 डिग्री पहुंच गया था, अब नागपुर में मौसम विभाग ने 56 डिग्री तापमान दर्ज किया है। ऐसा अपडेट सामने आया है, जो पहले से ही भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों की टेंशन बढ़ाने के लिए काफी है।

Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: May 31, 2024 13:21
Temperature

IMD Records Nagpur Temperature 56: दिल्ली का तापमान 52.9 पहुंचने के बाद अब नागपुर का पारा 56 डिग्री पहुंच गया है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी और बताया कि नागपुर में 2 मौसम केंद्रों में असामान्य रूप से उच्च तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। ऐसे में दिल्ली में हाल ही में रिकॉर्ड तोड़ 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान के बाद मौसम विभाग के नागपुर के तापमान को लेकर दिए जा रहे अलर्ट भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों की टेंशन बढ़ा सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नागपुर में उत्तरी अंबाझरी रोड से दूर रामदासपेठ में तापमान 56 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। सोनेगांव में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMC) के साथ AWS में भी तापमान 54 डिग्री दर्ज किया गया। वर्धा रोड के पास खापरी में केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान (CSIR) के क्षेत्र में AWS का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रामटेक AWS ने 44 डिग्री सेल्सियस दिखाया। ऐसे में समुद्र तटीय महाराष्ट्र और मुंबई वासियों के लिए टेंशन की बात हो सकती है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें:न तड़पा न छटपटाया, 3 इंजेक्शन और टूट गई सांसें; अमेरिका में 2 मर्डर करने वाले को खौफनाक सजा-ए-मौत

दिल्ली के रिकॉर्ड तापमान की जांच जारी

बता दें कि गत बुधवार को उत्तर-पश्चिम दिल्ली में मुंगेश्वर AWS द्वारा इलाके का अधिकतम तापमान 52.9 दर्ज किया गया था। तापमान मुंगेशपुर गांव में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में मापा गया था, जो एक स्वचालित मौसम स्टेशन (AWS) के रूप में भी कार्य करता है। दिल्ली स्टेशन ने ऐतिहासिक 52.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज करने के बाद पूरे देश में हलचल मचा दी थी।

---विज्ञापन---

हालांकि राजधानी का तापमान इतना पहुंचने के बाद उठे सवालों को देखते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मुंगेश्वर AWS के डेटा की जांच शुरू कर दी है। इस बीच नागपुर के रामदासपेठ के AWS में रिकॉर्ड हुए तापमान ने टेंशन बढ़ा दी। क्षेत्रीय मौसम अधिकारियों का कहना है कि AWS का डेट स्टीक नहीं माना जा सकता, क्योंकि सेंसर 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान में खराब होने लगते हैं।

यह भी पढ़ें:3000 अश्लील वीडियो, रेप-छेड़छाड़ और ब्लैकमेलिंग; क्या है कर्नाटक का सेक्स स्कैंडल, जिसमें प्रज्वल रेवन्ना गिरफ्तार

AWS सेंसर का डेटा विश्वसनीय नहीं

अधिकारियों का कहना हैकि AWS सेंसर में खराबी है। इसलिए इतना ज्यादा तापमान रिकॉर्ड हो रहा है, जिसे विश्वसनीय नहीं माना जा सकता। 38-40 डिग्री से नीचे के तापमान के लिए यह ठीक काम करते हैं। वैज्ञानिक भाषा में इसे सकारात्मक पूर्वाग्रह कहा जाता है। पीडीकेवी AWS के एक तरफ महाराबाग चिड़ियाघर और दूसरी तरफ वनमती है। खुले मैदान में तापमान ज्यादा होता है।

AWS के सेंसर पूरी तरह से बिना किसी हरियाली के चिलचिलाती धूप में लगे हैं। AWS के सेंसर यूरोपीय देशों से आयात किए जाते हैं, जहां तापमान भारतीय शहरों जितना अधिक नहीं बढ़ता है। दैनिक मौसम अपडेट वैज्ञानिकों द्वारा मैन्युअल रूप से तैयार किया जाता है। मैनुअल डेटा को अधिक विश्वसनीय माना जाता है। दैनिक तापमान रिकॉर्ड करने के लिए पारा वाले थर्मामीटर का उपयोग किया जाता है।

यह भी पढ़ें:45 घंटे का मौनव्रत, खाना तक नहीं खाएंगे; PM मोदी की कड़ी तपस्या शुरू, कन्याकुमारी से वीडियो आए सामने

First published on: May 31, 2024 01:06 PM

संबंधित खबरें