Arunachal Pradesh Clash: तवांग के पास यांग्त्से क्षेत्र में भारत और चीन के बीच हालिया संघर्ष से पहले अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी ड्रोन की हलचल देखी गई थी। चीनी ड्रोन भारतीय चौकियों की ओर बढ़ते देखे गए थे। इसकी जानकारी के बाद भारतीय वायु सेना (IFA) ने अपने लड़ाकू विमानों के जरिए चीनी ड्रोन को खदेड़ दिया था।
रक्षा सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में दो से तीन मौकों पर हमारे लड़ाकू विमानों को एलएसी पर हमारी स्थिति की ओर बढ़ रहे चीनी ड्रोनों से निपटने के लिए उतरना पड़ा।
तवांग में झड़प के बाद इलाके में वायु सेना ने पेट्रोलिंग बढ़ाई
◆ 9 Dec को झड़प से पहले चीन ने इलाके में ड्रोन भेजे थे, जिन्हें लड़ाकू विमानों ने खदेड़ दिया था pic.twitter.com/cD7uG9vWCC
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पूर्वोत्तर में एलएसी पर कड़ी नजर रखती है भारतीय वायु सेना
भारतीय वायु सेना पूर्वोत्तर में एलएसी के साथ चीनी ड्रोन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखती है। उन्होंने कहा कि ड्रोन या किसी भी विमान को हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि अगर चीनी विमान या ड्रोन भारतीय क्षेत्र की ओर उड़ने वाले राडार में पाए जाते हैं, तो किसी भी उल्लंघन को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। बता दें कि असम में तेजपुर और छबुआ समेत कई स्थानों पर Su-30 लड़ाकू जेट विमानों के स्क्वाड्रन के साथ भारतीय वायु सेना की पूर्वोत्तर में एक मजबूत उपस्थिति है।
राफेल लड़ाकू विमानों को पश्चिम बंगाल के हाशिमारा में भी बेहद करीब तैनात किया गया है। भारतीय वायु सेना ने असम क्षेत्र में S-400 वायु रक्षा प्रणाली के संचालन के साथ क्षेत्र में अपने वायु रक्षा कवरेज को मजबूत किया है। ये सिस्टम लगभग पूरे क्षेत्र में किसी भी हवाई खतरे का ध्यान रख सकता है।