गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में जब भीषण आग लगी, तब वहां परफॉर्मेंस दे रहीं डांसर क्रिस्टीना के पति का कहना है कि उनकी पत्नी गहरे सदमे में हैं. इस क्लब में आग लगने की वजह से 25 लोग जिंदा जल गए थे. अभी आग लगने की असली वजह पता नहीं चल पाई है. पूरे अग्निकांड की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें यह भी जांचा जाएगा कि आग लगने की वजह क्या थी.
क्या बोले डांसर के पति
एनडीटीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में डांसर के पति क्रिस्टीना के पति मिखाइल बुकान के हवाले से लिखा है, कि उनकी पत्नी पिछले छह दिनों से ठीक से सो नहीं पाई है. उन्होंने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है, और इमोशनल रूप से टूटने की वजह से उनका वजन पांच किलो कम हो गया है. वह लगातार रोती रहती हैं.
यह भी पढ़ें : लूथरा ब्रदर्स कैसे आएंगे भारत और थाईलैंड से लाने में कितना लगेगा समय? जानें आरोपियों के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया
अपने परिवार के लिए मुश्किल समय बताते हुए डांसर के पति ने कहा, ‘उनकी जिंदगी पूरी तरह से तबाह हो गई है. क्लब में आग लगने की वजह से 25 लोगों की मौत बेशक हुई है. लेकिन मेरी पत्नी तो जिंदा रहते हुए भी मरी हुई हैं.’
अब तक 60 बयान दर्ज
गोवा पुलिस इस मामले में अब तक 60 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है. 12 दिसंबर को गोवा पुलिस ने क्रिस्टीना का बयान भी दर्ज किया था.
थाइलैंड की जेल में ही बंद हैं लूथरा ब्रदर्स
इस क्लब के मालिक दिल्ली के रहने वाले सौरभ और गौरव लूथरा हैं. दोनों ही आग लगने के एक घंटे बाद ही थाइलैंड की टिकट बुक करवाकर फुकेट भाग गए थे. इसके बाद सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया. इसके बाद लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड में हिरासत में ले लिया गया. अभी उन्हें भारत नहीं लाया जा सका है. अभी दोनों भाई थाइलैंड की जेल में ही बंद हैं. दोनों के प्रत्यर्पण के लिए भारतीय अधिकारियों की टीम वहां पहुंची हुई है. अगले एक-दो दिनों में उन्हें भारत लाए जाने की संभावना है. गिरफ्तारी से बचने के लिए लूथरा ब्रदर्स ने दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में अंतरिम जमानत के लिए याचिका भी दाखिल की थी, लेकिन उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया.
यह भी पढ़ें : Exclusive: गोवा के नाइट क्लब की जमीन लूथरा ब्रदर्स की नहीं, सिविल कोर्ट में असली मालिकों संग चल रहा केस
कितनी गिरफ्तारी?
क्लब के चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोडक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह और राजीव सिंघानिया और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर की पुलिस रिमांड की अवधि खत्म हो गई हैं. उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाना है. क्लब के पार्टनर अजय गुप्ता को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया था. अजय गुप्ता बीमारी का बहाना करके अस्पताल में भर्ती हो गया था. उसे अस्पताल से ही गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने उसे सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.










