सरकार आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों के लिए कई योजनाएं चलाती हैं। इन योजनाओं के तहत कार्ड दिए जाते हैं, जिसके जरिए लाभार्थी योजना का लाभ लेते हैं। कई वर्गों के लिए सरकार ने राशन कार्ड जारी किए हैं, जिससे जरूरतमंद लोगों को सस्ता अनाज मिलता है। 27 मार्च से इस कार्ड के नियमों में कई बदलाव होने जा रहे हैं। इसके अलावा, गैस सिलेंडर से जुड़े नियम भी बदलने वाले हैं। इन बदलाव का उद्देश्य गैस सिलेंडर वितरण में सुरक्षा और पारदर्शिता लाना है। अगर आप भी इन दोनों चीजों का इस्तेमाल करते हैं, तो पहले इसके बदलाव के बारे में जान लें।
राशन कार्ड में क्या बदलाव?
राशन कार्ड से जुड़े नियमों का उद्देश्य राशन देने में पारदर्शिता को बढ़ाना है। कार्ड में पहला बदलाव डिजिटल राशन कार्ड के तौर पर किया जा रहा है, इससे राशन वितरण में पारदर्शिता ज्यादा होगी। इसके अलावा, एक राष्ट्र एक राशन कार्ड बनाया जाएगा, जो माइग्रेंट वर्कर्स के लिए होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे देश के किसी भी हिस्से में राशन लिया जा सकता है। e-KYC कराना जरूरी होगा, जिससे पहचान का वेरिफिकेशन किया जा सके। सबसे आखिर और जरूरी बदलाव बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जरूरी होगा, इससे फर्जी लाभार्थियों पर रोक लगाई जा सकेगी।
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गैस सिलेंडर से जुड़े बदलाव क्या?
दूसरा बदलाव गैस सिलेंडर से जुड़े नए नियमों में किया गया है। गैस सिलेंडर की बुकिंग के लिए KYC प्रक्रिया जरूरी होगी। इसके अलावा, आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से लिंक करना होगा। गैस सिलेंडर की डिलीवरी के समय OTP वेरिफिकेशन को जरूरी कर दिया जाएगा। गैस सब्सिडी को लेकर भी बदलाव किया जा सकता है। महीने में सिलेंडर की संख्या को लेकर भी बदलाव किया जा सकता है। गैस सिलेंडरों में स्मार्ट चिप लगाई जाएगी, जिससे डिस्ट्रीब्यूशन की जानकारी ली जा सकेगी। आपको बता दें कि पिछले दिनों भी इन नियमों में बदलाव को लेकर एक तारीख सामने आई थी, जिसके बाद अब 27 मार्च को बदलाव की संभावनाएं जताई जा रही हैं। हालांकि, इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है।
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