Manipur Violence: मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के खोइजुमंतबी गांव में हुई ताजा हिंसा में तीन लोगों के मारे जाने की सूचना है। बताया जा रहा है कि तीन ‘ग्राम स्वयंसेवक’ अस्थायी बंकर में क्षेत्र की रखवाली कर रहे थे, तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। वहीं, पांच अन्य लोग घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक, शनिवार को हुई फायरिंग में कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री की अपील के बाद हटाया अवरोध
इस बीच, यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ), दो प्रमुख कुकी संगठनों ने मणिपुर के कांगपोकपी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर अवरोध वापस ले लिया है।
एक संयुक्त बयान में दोनों कूकी संगठनों ने कहा कि राजमार्ग पर नाकाबंदी तत्काल प्रभाव से हटा ली गई है। संगठनों ने कहा कि गृह मंत्री ने राज्य में शांति और सद्भाव बहाल करने के लिए गहरी चिंता दिखाई है।
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हिंसा के बाद दोनों राजमार्ग को कुकियों ने किया था जाम
मणिपुर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग हैं- NH-2 (इम्फाल-दीमापुर) और NH-37 (इम्फाल-जिरीबाम)। मई में मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद से कुकी संगठनों ने एनएच-2 को जाम कर दिया था।
अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आयोजित ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के बाद पहली बार हिंसा भड़कने के बाद मणिपुर में जातीय झड़प शुरू हो गई।
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