विनोद जगदाले, मुंबई: पिछले 2 दिन से तबियत ख़राब होने का कारण बताकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से दूरी बनाने वाले उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज पालघर में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में मंच साझा करते नज़र आए। आख़िरकार फडणवीस ने विज्ञापन विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहाँ “एक विज्ञापन से हमारे बीच दूरी नही आएगी हमारी सरकार मजबूत है शिंदे और फडणवीस के यात्रा की चिंता मत कीजिए हम 25 साल से एक साथ है,हमारी सरकार महाविकास अघाडी ज़्यादा मज़बूत है।
विज्ञापन विवाद के बाद देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी शिवसेना शिंदे गुट से नाराज़ होने की खबरें भी लगातार आने लगी यही नहीं मुंबई से सटे उल्हासनगर में शिवसेना और बीजेपी के बीच पोस्टर वॉर शुरू हुआ।भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे ने सीएम शिंदे पर बड़ा हमला करते हुए कहा था कि “मेंढक कितनी भी हवा भरे वो हाथी नहीं हो सकता” इसपर पलटवार करते हुए शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था की शिवसेना और शिंदे शेर है इन्ही 50 शेरों के बलबूते पर आज भाजपा के मंत्री सत्ता में है भाजपा ने बालासाहब ठाकरे की उंगली पकड़कर आगे बढ़े है नहीं तो उनकी हैसियत क्या थी।
अबतक यह नहीं पता चल पाया है की देश में मोदी और महाराष्ट्र में शिंदे यह विज्ञापन देने वाला शुभचिंतक कौन है। क्यों की इस विज्ञापन से शिवसेना शिंदे गुट ने पहले ही अपना पल्ला झाड़ लिया है। दूसरा विज्ञापन देकर शिवसेना ने डैमेज़ कंट्रोल करने की कोशिश की लेकिन फडणवीस की चुप्पी शिवसेना की परेशानी बनती दिख रही थी लेकिन आख़िरकार फडणवीस ने बताया कि उनके बीच एक विज्ञापन से दूरी नहीं आयेगी
सीएम शिंदे ने अपने भाषण में फडणवीस को लोकप्रिय उप मुख्यमंत्री बताते हुए कहा की कोई कितनी भी कोशिश कर ले मेरी और फडणवीस की दोस्ती टूटेगी नहीं, हमारी दोस्ती पुरानी है। विज्ञापन विवाद फडणवीस और शिंदे के आपसी समझौते के बाद अब उम्मीद की जा रही है की दोनों पार्टी के विधायक और नेता भी उनके बीच जारी जुबानी जंग को विराम दे देंगे।