Ethiopia Volcanic Eruption Impact: इथोपिया में फटे हेली गुब्बी ज्वालामुखी से निकली राख का बादल भारत तक पहुंच गया है. आज शाम तक धूल-मिट्टी से भरी राख का गुबार पश्चिमी और उत्तर भारत के कई राज्यों में फैलने की आशंका है. क्योंकि राख का बादल 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब होते हुए हिमालयी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है. राख के बादल में कांच और चट्टानों के कणों के अलावा सल्फर-डाइ-ऑक्साइड जो आसमान को धुंधला और काला कर सकती है.
Update06:
The Ash plume mostly consists of Sulphur Dioxide with low to moderate concentrations of Volcanic Ash. Its now stretching from Oman-Arabian sea region into Plains of North & Central India. Its will not impact AQI levels but it will impact So2 level at #Hills of #Nepal,… https://t.co/f95r95mLMi pic.twitter.com/WQOOhKmyHM---विज्ञापन---— IndiaMetSky Weather (@indiametsky) November 24, 2025
राख का मौसम पर ऐसे पड़ेगा असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ज्वालामुखी की राख लाल सागर को पार करके यमन, ओमान, भारत के दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और पाकिस्तान तक पहुंच गई है, वहीं मौसम पर इसका असर एरिया वाइज पड़ेगा, लेकिन अस्थायी होगा. वैश्विक मौसम में इससे कोई बदलाव नहीं आएगा. राख का गुबार वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को भी प्रभावित नहीं करेगा, राख के गुबार का असर नेपाल, हिमालय और उत्तर प्रदेश में तराई की पहाड़ियों में सल्फर-डाई-ऑक्साइड के लेवल पर पड़ेगा. राख का गुबार पहाड़ियों से टकराकर चीन की तरफ जाएगा.
🚨 Ethiopian Volcano Ash Hits Delhi Skies! 🌋💨
• Dormant for 10,000 years, Hayli Gubbi volcano erupted Sunday, sending ash cloud racing 120 kmph to India.
• Reached Delhi by 11 PM Monday, blanketing Rajasthan, Haryana; more states next.
• DGCA alerts airlines: Avoid ash… pic.twitter.com/YG7lIwlIza---विज्ञापन---— Voice Of Bharat 🇮🇳🌍 (@Kunal_Mechrules) November 25, 2025
मैदानी इलाकों में नहीं गिरेगी राख
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ज्वालामुखी की राख मैदानी इलाकों में नहीं गिरेगी और AQI पर भी इसका असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि राख के बादल धरती की सतह से करीब 45000 फीट ऊपर हैं. सूर्योदय के समय राख के कण आसमान में नजर आ सकते हैं, वहीं रात के समय आसमान ज्यादा की काला नजर आ सकता है, जो अजीब और हास्यास्पद लग सकता है. हालांकि ज्वालामुखी की राख का बादल ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन इसमें जो धूल मिट्टी के कण हैं, वे दिल्ली की हवा में मिल सकते हैं, क्योंकि दिल्ली में पहले से ही वायु प्रदूषण फैला है.
🚨Update on Ethiopia Volcano Eruption:
— Luna (@Ros10101) November 25, 2025
The volcano continues to erupt, releasing ash and volcanic gases (including sulfur dioxide) up to approximately 16 km high, with total gas masses reaching 58.4 kilotons. Dense ash clouds are spreading towards Yemen, Oman, and India. pic.twitter.com/Rg3LIWBfM8
एयरलाइंस के लिए आई एडवाइजरी
बता दें कि ज्वालामुखी की राख का गुबार देखते हहुए DGCA ने एक एडवाइजरी जारी कर दी है, क्योंकि राख के बादलों से फ्लाइट्स की आवाजाही प्रभावित हो सकती है. DGCA ने एयरलाइंस को राख से प्रभावित क्षेत्रों और ऊंचाई से बचने, ऑपरेशन मैनुअल्स की समीक्षा करने और कॉकपिट केबिन क्रू को इस बारे में सूचित करने के निर्देश दिए हैं. राख के बादल पश्चिम एशिया से होते हुए भारत की ओर बढ़ रहा है और इसके कारण कई उड़ानें प्रभावित हो चुकी हैं. वहीं भारतीय एयरलाइंस और हवाई अड्डों को रनवे, टैक्सीवे और एप्रॉन की स्थिति लगातार जांचने और जरूरत पड़ने पर संचालन रोकने के निर्देश दिए गए हैं.










