मुंबई: पिछले 2 हफ़्ते से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बदलाव लगातार जारी चर्चाओं पर आख़िरकार उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्ण विराम लगाते हुए साफ़ कर दिया की महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं और रहेंगे। विधानभवन में मीडिया से बात फडणवीस ने कहा कि महायुती में शामिल सभी पार्टियों ने वास्तव जानना ज़रूरी है एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री है और रहेंगे। अपना नेता मुख्यमंत्री बने यह किसी भी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता को लगना स्वाभाविक है। भाजपा के नेताओं को भी लगता है उनके नेता मुख्यमंत्री बने उसमे ग़लत कुछ नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री पद में कोई बदलाव नहीं होगा महायुती के सबसे बड़ी पार्टी का नेता होने के नाते यह साफ़ कर रहा हूं।
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा
फडणवीस बताया कि इस बारे में अजीत पवार और मेरे मन में स्पष्टता है जब महायुती की चर्चा हुई थी तब अजीत पवार को इस बारे में पहले से जानकारी दी गयी थी और उन्होंने उसे मान भी लिया था और उन्होंने अपने बयानों में इस बारे में बताया भी है। फडणवीस ने महायुती के नेताओं को बताया की इस तरह के दोहरे संकेत देना तुरंत बंद करना चाहिए। नेताओं के मन में कोई संभ्रम नहीं है इस लिए कार्यकर्ताओं ने भी कोई संभ्रम नहीं रखना चाहिए।
पृथ्वीराज चव्हाण ने किया था दावा
दरअसल पिछले सप्ताह पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि16 विधायक अपात्र होने के बाद बीजेपी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र अजीत पवार को सीएम बनायेगी। चव्हाण ने बाक़ायदा 10 अगस्त की तारीख़ भी मुक़र्रर कर दी थी। फडणवीस ने कहा कि पृथ्वीराज चव्हाण जैसे नेता पतंगबाज़ी कर रहे हैं किसी भी नेता ने संभ्रम पैदा करने की कोशिश की तो उसका कोई भी असर महायुती पर नहीं होगा। 10 तारीख़ को कुछ नहीं होगा अगर कुछ होगा तो उस दिन सीएम ने तय किया तो मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाने का ख़्वाब देख रहे और उसके लिए बाक़ायदा ट्वीट करनेवाले विधान परिषद के विधायक अमोल मिटकरी को अजीत पवार ने फटकार लगायी है। अजीत पवार ने पार्टी के नेता और पदाधिकारियों को साफ़ लहजे में बताया है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर इसके आगे कोई भी विधायक, नेता या फिर पार्टी पदाधिकारीं या कार्यकर्ता बयानबाजी ना करे।