Housing Prices: एक तरफ दिल्ली में DDA ने सस्ते घरों की स्कीम निकाली है, तो दूसरी तरफ घर खरीदने के सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है। क्रेडाई, कोलियर्स और लियासेस फोरास की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, शहरों में घर खरीदने की बढ़ती डिमांड के चलते 2024 की दूसरी तिमाही में भारत के शीर्ष आठ शहरों में औसत आवास की कीमतों में साल दर साल 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर दिल्ली-एनसीआर का नाम है।
दिल्ली-एनसीआर में कितनी हुई बढ़ोतरी
दिल्ली-एनसीआर में आवासीय आवास की कीमतों में 2024 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान साल दर साल 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जिसमें दिल्ली-एनसीआर के अंदर, द्वारका एक्सप्रेसवे में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई, तिमाही के दौरान औसत आवास की कीमतें 69 प्रतिशत तक बढ़ गईं। ग्रेटर नोएडा में भी तेज बढ़ोतरी देखी गई, कीमतें साल दर साल 45 फीसदी बढ़ गईं।
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बेंगलुरु में कितनी बढ़ी कीमतें
दिल्ली एनसीआर के बाद बेंगलुरु दूसरे स्थान पर हैं। यहां पर आवास की कीमतें साल दर साल 28% बढ़ रही हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि बेंगलुरु में परिधि और बाहरी पूर्व सूक्ष्म बाजारों में साल दर साल 42% की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया, यहां पर चल रहे मेट्रो के काम और आगामी रेल परियोजनाओं की वजह से भी कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है। बेंगलुरु में सबसे ज्यादा मांग 1बीएचके अपार्टमेंट की है, जिसमें हर साल 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। इसके अलावा 4 बीएचके की डिमांड भी बढ़ी, जिसमें 29 प्रतिशत की हर साल बढ़ोतरी देखी गई।
देश के 8 शहरों में सबसे ज्यादा कीमतें बढ़ी हैं। इसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे में 2024 की दूसरी तिमाही में औसत घरों की कीमतें 3 प्रतिशत बढ़ गईं।
इसके पहले दिल्ली NCR में फ्लैट्स और दुकानों के किराए में भी बढ़ोतरी देखी गई थी। जनवरी से मार्च के आंकड़ों को देखा जाए तो इस बीच किराए में 2.8 प्रतिशत बढ़ोतरी देखी गई थी। वहीं, 2023 में अक्टूबर और दिसंबर किराए में 1.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई थी।