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तिरुपति का प्रसाद कैसे बनता? जिसमें चर्बी के आरोप, चंद्रबाबू के बयान पर गरमाई सियासत

Chandrababu Naidu News: तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल को लेकर चंद्रबाबू नायडू के बयान के बाद सियासत भड़क उठी है। वाईएसआर कांग्रेस ने आरोपों को खारिज किया है। बता दें कि तिरुपति मंदिर में हर रोज 3 लाख लड्डू बनाए जाते हैं।

Edited By : Nandlal Sharma | Updated: Sep 19, 2024 10:35
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चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद आंध्र की सियासत में जुबानी जंग शुरू हो गई है। फाइल फोटो
चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद आंध्र की सियासत में जुबानी जंग शुरू हो गई है। फाइल फोटो

Chandrababu Naidu News: मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश की सियासत में बवाल मचा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जगन रेड्डी की पिछली सरकार में तिरुपति मंदिर के महाप्रसादम् (लड्डू) को तैयार करने के लिए घी में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी। इस चर्बी को घी के साथ मिक्स किया जाता था। हालांकि वाईएसआर कांग्रेस ने आरोपों को खारिज किया है। वाईएसआर ने कहा है कि मुख्यमंत्री राजनीतिक कारणों से आरोप लगा रहे हैं।

नायडू ने कहा था कि वह यह जानकर बहुत आश्चर्यचकित थे कि भगवान वेंकटेश्वर के प्रसादम को तैयार करने के लिए खराब क्वालिटी के मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाता था। चंद्रबाबू नायडू ने यह टिप्पणी केंद्र में एनडीए सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर आयोजित मीटिंग में कही। बता दें कि तिरुपति मंदिर ट्रस्ट हर रोज 3 लाख लड्डू तैयार करता है और इसे भक्तों में प्रसाद के तौर पर बांटा जाता है। श्रद्धालुओं में इस प्रसाद के प्रति बहुत श्रद्धा भाव रहता है।

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तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम् और भगवान वेंकटेश्वर को आंध्र प्रदेश के लोगों का सबसे बड़ा असेट बताते हुए नायडू ने कहा कि उनकी सरकार मंदिर की पवित्रता को पुर्नबहाल करने के लिए हर कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस ने फ्री फूड सर्विस को बर्बाद कर दिया, यहां तक कि भगवान वेंकटेश्वर के लड्डू तक को नहीं छोड़ा और उसमें भी घटिया क्वालिटी का मैटेरियल यूज किया।

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बता दें कि वाईएसआर कांग्रेस की सरकार के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम् ने घी का कॉन्ट्रैक्ट एक प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर को दे दिया था, और नंदिनी ब्रैंड से अपना समझौता तोड़ लिया था। नंदिनी ब्रैंड घी का उत्पादन कर्नाटक मिल्क फेडरेशन करता है। हालांकि सप्लायर बदलने के बाद तिरुपति मंदिर में घी की क्वालिटी में खराबी की बहुत शिकायतें आईं। श्रद्धालुओं ने लड्डू में खराबी की शिकायतें भी कीं।

29 अगस्त को आंध्र प्रदेश में एनडीए सरकार ने घी के लिए एक बार फिर से कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के साथ समझौता किया। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम हर रोज 10 हजार किलोग्राम घी का प्रयोग लड्डू प्रसादम बनाने के लिए करता है। वाईएसआर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा कि लाखों हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाकर चंद्रबाबू नायडू ने पाप किया है। जगन रेड्डी सरकार में वाईवी सुब्बा रेड्डी टीटीडी के चेयरमैन थे।

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कैसे बनता है प्रसादम्

तिरुपति का लड्डू बनाने की रेसिपी बिल्कुल अलग है। लड्डू को बनाने में बेसन, किशमिश, मक्खन और इलायची का इस्तेमाल किया जाता है। एक लड्डू का वजन 174 ग्राम होता है। तिरुपति के श्रद्धालुओं में मान्यता है कि लाख कोशिशों के बाद भी लोग घर पर तिरुपति जैसा लड्डू नहीं बना पाते हैं।

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Written By

Nandlal Sharma

First published on: Sep 19, 2024 09:48 AM

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