Bengaluru News: बेंगलुरु के एक इंजीनियर ने खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है। जानकारी के मुताबिक, इंजीनियर की बेटी भूख लगने पर रोने लगी तो उसने मासूम को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने जब उससे वारदात के बारे में पूछा तो इंजीनियर ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं थे तो बेटी को क्या खिलाता, इसलिए उसे मौत के घाट उतार दिया।
आरोपी की पहचान गुजरात निवासी राहुल परमार के रूप में हुई है। कहा जा रहा है कि बेटी को मौत के घाट उतारने के बाद उसने खुद भी जान देने की कोशिश की और एक झील में छलांग लगा दी। इस दौरान कुछ लोगों ने देख लिया और उसे बचाकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने पूछताछ की तो सारी कहानी सामने आई
पुलिस ने जब पूछताछ की तो सारी कहानी सामने आई। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी नौकरी चली गई थी। नौकरी के दौरान उसने बिटकॉइन खरीदा था जिसमें उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कर्ज चुकाने के लिए उसने अपनी पत्नी के गहने पहले ही गिरवी रख दिए थे और पत्नी से झूठ बोला था कि उसे लूट लिया गया है।
आरोपी ने कहा कि उसने बेटी की हत्या के बाद खुद भी आत्महत्या करने का मन बना लिया था। वह अपनी बेटी को कार की पिछली सीट पर बैठाया और अपने साथ शहर में लेकर निकल गया। इस दौरान बच्ची भूख लगने पर रोने लगी। राहुल ने उसे खिलाने के लिए पास की एक दुकान से कुछ बिस्कुट लिए और थोड़ी देर बाद उसने उसकी हत्या का फैसला कर लिया। उसे इस बात का भी डर था कि कर्ज को लेकर साहूकार लगातार उसे परेशान करेंगे और साहूकारों ने पुलिस को सूचना दे दी तो काफी परेशानी होगी।
बेटी जिया की हत्या के आरोप किया गिरफ्तार
इसी उधेडबुन में राहुल ने पहले अपनी बच्ची को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसने आत्महत्या करने के इरादे से एक झील में छलांग लगाई लेकिन उसे बचा लिया गया। 45 वर्षीय राहुल परमार ने पुलिस के सामने सारा जुर्म कबूल लिया है। पुलिस ने उसे बेटी जिया की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।