Bengal Panchayat Election: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले जारी हिंसा के बीच कूचबिहार के दिनहाटा में बीजेपी प्रत्याशी के साले की हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान संभू दास के रूप में हुई है। मृतक के परिवार का दावा है कि संभू दास को शनिवार रात कुछ लोग बुलाकर ले गए और उन्होंने ही संभू दास की हत्या कर दी।
संभू का शव पुलिस ने नदी किनारे से बरामद किया है। भाजपा ने हत्या के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि संभू दास की भाभी विशाखा दास किस्मत दासग्राम से उम्मीदवार हैं। पुलिस के मुताबिक, रविवार सुबह सूचना मिली कि एक शव एक खेत के पास पड़ा हुआ है जिस पर चाकुओं के घाव थे। मृतक की पहचान 28 वर्षीय संभू दास के रूप में हुई है। आगे की जांच जारी है।
भाजपा के आरोपों को लेकर टीएमसी ने दी प्रतिक्रिया
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी कार्यकर्ता उदयन गुहा ने कहा कि बीजेपी नेता दावा कर रहे हैं कि हत्या की वारदात में टीएमसी कार्यकर्ता शामिल हैं। अगर बंगाल की सड़कों पर कुत्ते या लोमड़ी की भी लाश मिलती है तो बीजेपी टीएमसी को दोष देगी। उदयन गुहा ने कहा कि संभू का राजनीति से कोई संबंध नहीं था। वो पेशे से टीचर था। हमें पता चला है कि उनकी हत्या का मामला एक महिला से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने महिला और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है।
भाजपा बोली- अपनी भाभी के प्रस्तावक थे संभू दास
इस बीच, बीजेपी ने दावा किया है कि संभू चुनाव आयोग के सामने अपनी भाभी के लिए प्रस्तावक थे। बता दें कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भी शनिवार को कुछ अज्ञात बदमाशों ने एक टीएमसी उम्मीदवार की पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतक के परिजनों ने स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप लगाया था।
मृतक की पहचान मुस्तफा शेख के रूप में हुई थी जो वारदात के दौरान घर लौट रहा था, तभी बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया। स्थानीय अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में हिंसा
पश्चिम बंगाल में अगले महीने होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आईं हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों से झड़पों की कई घटनाओं की सूचना मिली है। बता दें कि 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन गुरुवार को पश्चिम बंगाल में चुनाव संबंधी हिंसा में कम से कम तीन लोग मारे गए। नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर पिछले सप्ताह से पश्चिम बंगाल में पिछले नौ दिनों में हुई झड़पों में कम से कम सात लोग मारे गए हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष पर हिंसा को अंजाम देकर राज्य को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने हिंसा की घटनाओं में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। बनर्जी ने कहा कि करीब 74,000 बूथों पर कुछ घटनाएं केवल दो या तीन में हुई हैं। हमारी पार्टी के कार्यकर्ता उन घटनाओं में शामिल नहीं हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में 5.67 करोड़ मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे। मतदाता जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों में लगभग 74,000 सीटों के लिए प्रतिनिधि चुनेंगे। त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के लिए 8 जुलाई को मतदान होगा, जिसकी गिनती 11 जुलाई को होगी।