नई दिल्ली: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्य चर्चा का केंद्र मुलाकात में माल और सेवाकर के बकाय का हो सकता है। इसको लेकर बंगाल लंबे समय से मांग कर रहा है। माल और सेवाकर एक ऐसी प्रणाली है, जिसके अनुसार माल या सेवा की पूर्ति की प्रक्रिया में प्रत्येक बिन्दु पर की गई वृद्धि पर ही कर लगाया जाता है। बता दें कि ममता बनर्जी की बाद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने की संभावना है।
बंगाल ने अक्सर भाजपा शासित केंद्र पर राज्यों, विशेषकर विपक्ष द्वारा शासित राज्यों को जीएसटी बकाया में देरी करने का आरोप लगाया है। जून में, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के प्रमुख मुख्य सलाहकार अमित मित्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र ने राज्यों को ₹ 27,000 करोड़ का एकीकृत बकाया जारी नहीं किया है।
वहीं, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद होती इस बैठक ने कई अटकलों को भी हवा दे दी है। अपनी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से नकदी के ढेर पाए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए मंत्री को बनर्जी का करीबी माना जाता है।
बंगाल में बीजेपी और सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच यह मुलाकात अहम बन गई है। तृणमूल ने राज्य के भाजपा नेता दिलीप घोष की गिरफ्तारी की मांग की है। उनपर बनर्जी और उनके परिवार के खिलाफ अनुचित टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है।
बनर्जी चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली में हैं, जिसके दौरान उनके गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं से मिलने की संभावना है। वहीं, शाम में उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने का कार्यक्रम है। 7 अगस्त को मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी, जिसकी अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे। संचालन परिषद की बैठक में कृषि, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।