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क्या होता है Beef Tallow? जिस पर गर्माई सियासत, तिरुपति वेकेंटेश्वर मंदिर की प्रसाद में मिलावट के आरोप

What is Beef Tallow: तिरुपति वेकेंटेश्वर मंदिर की प्रसाद में बीफ की वसा मिलने के आरोपों के बाद देशभर में बवाल देखने को मिल रहा है। टीडीपी के आरोपों के बाद वाईएसआर कांग्रेस ने अपनी सफाई दी है। आखिर ये बीफ टैलो क्या होता है? इसके बारे में आपको विस्तार से जानकारी देते हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Sep 20, 2024 16:17
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Andhra Pradesh news

Andhra Pradesh News: देश में बीफ को लेकर लंबे समय से बहस देखने को मिल रही है। अब ताजा मामला आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति वेकेंटेश्वर में सामने आया है। आरोप है कि यहां प्रसाद में घटिया सामग्री और पशु चर्बी मिलाई गई। ये प्रसाद न केवल श्रद्धालुओं में वितरित किया गया, बल्कि भगवान को भी चढ़ाया गया। सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने गुरुवार को चौंकाने वाला दावा किया था। जिसमें बताया था कि गुजरात की पशुधन लैब ने प्रसाद में बीफ की पुष्टि की है। टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्ट दिखाई भी। जिसमें दावा किया गया कि घी के सैंपल में ‘बीफ टैलो’ की मौजूदगी का पता लगा है। बीफ टैलो क्या होता है, इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।

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बीफ टैलो बीफ वसा से निकलता है। इसमें स्टेक, पसलियां, रंप रोस्ट (पशु के पिछले हिस्से का मांस) से निकली चर्बी होती है। मांस को गर्म करके पिघलाया जाता है। जिसके बाद यह वसा के तौर पर तैयार होता है। ठंडा होने पर यह काफी लचीला हो जाता है। कम तापमान पर यह मक्खन जैसा लगता है। तिरुपति मंदिर में रोजाना 3 लाख लड्डू तैयार होते हैं। उन लड्डुओं में बीफ की चर्बी, मछली का तेल मिलने का दावा किया गया है। इस प्रसाद को भक्तों में बांटे जाने के साथ ही भगवान को भोग लगाए जाने के दावे किए गए हैं। जिसके बाद सियासत गर्माई हुई है।

जगन सरकार ने दी थी घी सप्लाई की मंजूरी

मंदिर में घी की सप्लाई 50 साल से कर्नाटक कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन की ओर से की जाती है। जुलाई 2023 में कंपनी से रेट कम करने की मांग हुई थी। लेकिन कंपनी ने ऐसा करने से मना कर दिया था। जिसके बाद तत्कालीन जगन मोहन रेड्डी सरकार ने 5 फर्मों को घी सप्लाई करने की अनुमति दी थी। इस साल जुलाई में नायडू सरकार अलर्ट हुई थी। जब सैंपलों में गड़बड़ी मिली। 29 अगस्त को फिर KMF को सप्लाई का काम सौंपा गया था। जिसके बाद वाईएसआर कांग्रेस के ऊपर टीडीपी हमलावर है। वहीं, जगन की पार्टी ने भी मामले में अपनी सफाई दी है। सभी आरोपों को बेतुका बताया गया है। मामले की जांच की मांग भी की गई है।

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Written By

Parmod chaudhary

First published on: Sep 20, 2024 04:17 PM

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