विमल कौशिक/मुंबई
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की मुंबई शाखा ने बुधवार को पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज (PSE) ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (BECIL) के पूर्व अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (CMD) और महाप्रबंधक (GM) को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पुणे नागरिक परियोजना के लिए एक निजी फर्म को ₹50 करोड़ के लोन से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में की गई है। CBI के अनुसार, यह लोन वसूलने के बजाय फर्म द्वारा डायवर्ट कर दिया गया, जिससे BECIL को कुल ₹58 करोड़ का नुकसान हुआ।
CBI ने BECIL के पूर्व CMD जी. कुरुविल्ला और GM डी.बी. प्रसाद को उनके कार्यकाल के दौरान कथित भ्रष्टाचार, नियमों की अनदेखी और कमीशन लेने के आरोपों में गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 19 अप्रैल तक CBI की हिरासत में भेज दिया।
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्व CMD जी. कुरुविल्ला पर यह आरोप है कि उन्होंने अन्य आरोपी प्रतीक कनकिया की फर्म द ग्रीन बिलियन्स लिमिटेड (TGBL) को एक मुंबई स्थित प्रमोटर से कर्ज दिलाने में पक्षपात किया। आरोप है कि उन्होंने ₹3 करोड़ की रिश्वत लेकर ₹50 करोड़ का फर्जी लोन स्वीकृत किया।
CBI ने प्रतीक कनकिया को पहले ही 24 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। अब उसके बाद जी. कुरुविल्ला और डी.बी. प्रसाद को भी हिरासत में ले लिया गया है। मुंबई की विशेष अदालत ने कहा, “यह मामला सरकारी अधिकारियों से जुड़ी गंभीर धोखाधड़ी का है। केस डायरी से स्पष्ट होता है कि आरोपियों से हिरासत में पूछताछ के लिए पर्याप्त आधार मौजूद हैं।”
पहले ही दर्ज हो चुका है केस
CBI ने 3 सितंबर 2024 को जी. कुरुविल्ला, डी.बी. प्रसाद, प्रतीक कनकिया, द ग्रीन बिलियन्स लिमिटेड, BECIL के एक संविदा कर्मचारी, एक सलाहकार और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। यह केस भारतीय दंड संहिता (IPC) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज किया गया, जिसमें आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत देने से संबंधित धाराएं शामिल हैं।