Azadi Ka Amrit Mahotsav: भारत अपनी आजादी का 75वां साल पूरा कर रहा है और हम 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। इस जश्न को मनाने के लिए भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। हर साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री आज लाल किले पर झंडा फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पहली बार दिल्ली के लाल किले से तिरंगा फहराया। इसके बाद, हर साल स्वतंत्रता दिवस पर, लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, जिसके बाद प्रधान मंत्री राष्ट्र के नाम एक संबोधन करते हैं।
आजादी हासिल करने के लिए भारतीयों ने कई साल तक संघर्ष किया। कुरबानियां दीं और अपनों को खोया। कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के हाथों अपनी जान गंवाई। तब जाकर आखिरकार 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश राज से आजादी मिली।
हर साल 15 अगस्त के दिन भारतीय पूरे जोश और उत्साह के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं और उन नायकों को याद करते हैं जिन्होंने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, बीआर अंबेडकर समेत असंख्य लोगों के नेतृत्व में भारत को आजादी मिली। यह दिन हमारे बहादुर नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का प्रतीक है जिन्होंने अपने देशवासियों की खातिर अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया।
भारत के आखिरी वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने ही 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता दिवस तय करने का फैसला किया था। पहली बार भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा झंडा फहराया था। इस तरह भारत अंग्रेजों के गुलामी की बेड़ियों से आजाद हुआ।