Assam Flood: असम में आई भीषण बाढ़ से मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटों में, नलबाड़ी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या दो हो गई। बता दें कि बाढ़ के कारण असम के 19 जिलों के लगभग 4.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में, 10782.80 हेक्टेयर फसल भूमि बाढ़ के पानी में डूब गई है, जिसके परिणामस्वरूप फसल नष्ट हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, अकेले बजाली जिले में लगभग 2.67 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
Due to heavy rain, the people in parts of Assam are braving a flood-like situation. I have spoken to CM Himanta Biswa Sarma and assured all possible assistance. NDRF teams are already on the ground conducting relief and rescue operations and adequate forces are on standby. Modi… pic.twitter.com/ZzgmeDV4Te
— ANI (@ANI) June 25, 2023
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केंद्रीय गृह मंत्री बोले- मोदी सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि भारी बारिश के कारण असम के कुछ हिस्सों में लोग बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। मैंने सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से बात की है और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही जमीन पर राहत और बचाव अभियान चला रही हैं और पर्याप्त बल तैयार हैं। मोदी सरकार इस कठिन समय में हमेशा असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।
जल प्रलय से कहां कितने लोग प्रभावित
राज्य के अन्य जिलों नलबाड़ी में 80 हजार 061 लोग, बारपेटा में 73 हजार 233 लोग, लखीमपुर में 22 हजार 577 लोग, दरांग में 14 हजार 583 लोग, तामुलपुर में 14 हजार 180 लोग, बक्सा में 7 हजार 282 लोग और गोलपारा जिले में 4 हजार 750 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, बजाली, बक्सा, बारपेटा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, तामुलपुर और उदलगुरी जिलों के 54 राजस्व मंडलों के अंतर्गत 1538 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बारिश के बाद उफान पर ये नदियां
मूसलाधार बारिश के बाद, जोरहाट जिले के नेमाटीघाट और धुबरी में ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर हो गया है। इसके अलावा एनएच रोड क्रॉसिंग पर मानस नदी, एनटी रोड क्रॉसिंग पर पगलाडिया नदी और एनएच रोड क्रॉसिंग पर पुथिमारी नदी भी खतरे के निशान के ऊपर है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित 14 जिलों में 140 राहत शिविर और 75 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं और इन राहत शिविरों में 35 हजार 142 लोगों ने शरण ली है।
दूसरी ओर, कई अन्य लोगों ने सड़कों, ऊंचे इलाकों और तटबंधों पर शरण ली है। एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 4 लाख 27 हजार 474 पालतू जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ के पानी से सड़कें, बांध, पुल टूटे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, NDRF, SDRF, फायर ब्रिगेड, नागरिक सुरक्षा कर्मी विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव अभियान में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी ने 1 तटबंध को तोड़ दिया जबकि 14 अन्य तटबंधों, 213 सड़कों, 14 पुलों, कई कृषि बांधों, स्कूल भवनों, सिंचाई नहरों और पुलियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।