The Kerala Story: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों और भाजपा विधायकों के साथ फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ देखी। उन्होंने फिल्म की सराहना की और कहा कि लोगों को अपनी बेटियों के साथ इस फिल्म को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये फिल्म केरल में धर्मांतरण और आतंकवादी समूह आईएसआईएस द्वारा भर्ती की जा रही कुछ युवा लड़कियों की कहानी बताती है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने फिल्म देखने के बाद कहा, “केरल स्टोरी आतंकवाद को उजागर करती है और जिहाद और धर्म के नाम पर आतंकवादी शिविरों के अंदर क्या हो रहा है, इस पर प्रकाश डालती है।”
फिल्म के बारे में बताते हुए सरमा ने कहा कि इसमें आतंकवादी समूहों द्वारा एक मासूम महिला को मोहरे के रूप में इस्तेमाल किए जाने की कहानी दिखाई गई है।
सरमा बोले- केरल के लोगों को उठानी चाहिए आवाज
सरमा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर लोगों के कुछ वर्ग हैं, जो सोशल मीडिया और साक्षात्कारों पर मैंने जो देखा है, उसके अनुसार केरल के निर्दोष लोगों के दिमाग में एक कहानी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि केरलवासियों के लिए समय आ गया है, उन्हें आतंकवादी संगठनों द्वारा मासूम लड़कियों के इस्तेमाल के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
सरमा ने अपने राज्य की तुलना भी की और कहा कि लड़कियों के आतंकवाद में शामिल होने के मामले असम में न के बराबर हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले हैं जहां लड़कियों को प्रेरित किया गया है और उन्हें दूसरे धर्म में परिवर्तित होने के लिए प्रेरित किया गया है क्योंकि वे प्यार में पड़ गए हैं।”
सरमा ने आगे कहा, “धर्म की रक्षा करो और सभ्यता की रक्षा करो, ताकि तुम एक स्वस्थ जीवन जी सको। इसके अलावा, मैं भारत के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे केरल स्टोरी को अपने परिवारों के साथ देखें, खासकर अपनी बेटी के साथ।
बोले- फिल्म पर प्रतिबंध लगाना समाधान नहीं है
सरमा ने यह भी कहा, “फिल्म पर प्रतिबंध लगाना समाधान नहीं है। यह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के बारे में बात करता है और मुसलमानों के खिलाफ नहीं है।”
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में सुदीप्तो सेन निर्देशित फिल्म को अपने राज्य में दिखाए जाने पर रोक लगा दी थी।
ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही यह फिल्म विवादों में घिर गई, आलोचकों का दावा है कि यह मुसलमानों को एक समुदाय के रूप में बदनाम करती है। दूसरी ओर, फिल्म को कई भाजपा नेताओं और हिंदू समूहों से प्रशंसा मिल रही है।