बेंगलुरु: तकनीकी जानकारी बहुत अच्छी चीज है, लेकिन कई बार यह जेल का रास्ता भी दिखा देती है। फर्क इसे इस्तेमाल करने का है। हाल ही में आंध्र प्रदेश के एक भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) ग्रेजुएट के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। उसे बेंगलुरु पुलिस ने साइबर फ्रॉड के आरोप में गिरफ्तार किया है। पता चला है कि महज 23 साल के इस युवक के मन में लालच इतना घर कर चुका था कि इसने अपनी टेक्नीकल नॉलेज का मिसयूज करके एक वेबसाइट को हैक किया और फिर 4 करोड़ रुपए से ज्यादा के रिवार्ड प्वाइंट उड़ा लिए। फिलहाल यह पुलिस की गिरफ्त में है और आगे की कार्रवाई जारी है।
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कॉलेज के दिनों में सीखी हैकिंग को आजमाने के लिए रिवार्ड 360 को निशाना बनाया आंध्र प्रदेश के 23 साल वर्षीय लक्ष्मीपति
मिली जानकारी के मुताबिक 24 जून को रिवार्ड 360 नामक एक वेबसाइट के मैनेजमेंट की तरफ से कंपनी के साथ साइबर फ्रॉड की घटना के संबंध में शिकायत दी थी। इस पर कार्रवई करते हुए पुलिस ने आंध्र प्रदेश के 23 साल वर्षीय लक्ष्मीपति को गिरफ्तार किया है। उससे 5.269 किलो सोना, 27.250 किलो चांदी, 11.13 लाख नकद, विभिन्न कंपनियों के 7 दोपहिया वाहन, फ्लिपकार्ट वॉलेट से 26 लाख, अमेजन वॉलेट से 3.50 लाख, 2 लैपटॉप, 3 मोबाइलफोन मिलाकर कुल 4.16 करोड़ का सामान जब्त किया गया है।
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इस बारे में बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने बताया कि लक्ष्मीपति ओंगोल स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की और बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर फर्म में नौकरी शुरू कर दी। दिसंबर 2022 में यह नौकरी छोड़कर लक्ष्मीपति ने कुछ महीने तक दुबई में भी काम किया। फिर बेंगलुरु लौट आया।
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पुलिस के मुताबिक आरोपी से अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि कॉलेज के दिनों में सीखी हैकिंग को आजमाने के लिए उसने रिवार्ड 360 को निशाना बनाया। कंपनी की वेबसाइट को हैक करके करीब छह महीने तक गिफ्ट वाउचर अपने खाते में भेजता रहा। इसके बाद निजी बैंकों और कंपनियों के ग्राहकों तक पहुंचने वाले रिवॉर्ड पॉइंट का इस्तेमाल भी करना शुरू कर दिया और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये सोना, चांदी, बाइक आदि महंगी चीजें खरीदी। वह इतना सारा माल जुटाकर यहां से भागकर दुबई में बसना और वहां साइबर सुरक्षा फर्म खोलना चाहता था।