Saket Gokhale tweet: अग्निवीर अमृतपाल सिंह की मौत के मामले में अब अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने निशाना साधा है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले ने कहा है कि भारत के पहले अग्निवीर की मौत ड्यूटी के दौरान नहीं, बल्कि आत्महत्या से हुई है। उन्होंने कहा कि हम सभी ने चेतावनी दी थी कि अग्निपथ का यह मनगढ़ंत विचार खतरनाक है। जिन 75 फीसदी अग्निवीरों को उनके 4 साल के कार्यकाल के बाद जबरन सेवानिवृत्त किया जाएगा।
वे बिना नौकरी के उच्च प्रशिक्षित लड़ाके होंगे और इससे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और भारी नाराजगी हो सकती है। साकेत ने ट्विटर पर पोस्ट डाली है। उन्होंने लिखा है कि मोदी सरकार इस नीति के माध्यम से एक संभावित बेरोजगार सशस्त्र युवा सेना तैयार कर रही है। जिसके पास कोई अवसर या सामाजिक सुरक्षा नहीं होगी। और वे युद्ध और आग्नेयास्त्रों के उपयोग में उच्च प्रशिक्षित होकर आएंगे।
India’s first Agniveer death has happened not in the line of duty but by suicide.
---विज्ञापन---This harebrained idea of “Agnipath” is dangerous as we’d all warned.
The 75% of Agniveers who will be forcibly retired after their 4-year-term will be highly trained combatants without jobs &… pic.twitter.com/0MiG5rAEXu
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) October 16, 2023
11 अक्टूबर को मृत मिला था अमृतपाल
बता दें कि सेना में हाल में शामिल हुआ अग्निवीर अमृतपाल सिंह 11 अक्टूबर को एक अग्रिम चौकी पर डेड मिला था। सेना की ओर से बताया गया था कि संतरी ड्यूटी के दौरान अमृतपाल सिंह ने खुद को गोली मारी है। इसी वजह से सेना ने उसका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ नहीं किया था।
सेना की ओर से बताया गया था कि खुद को पहुंचाई गई चोट से मौत होने पर ऐसा सम्मान नहीं दिया जाता है। सेना ने कहा था कि वह इस बात को लेकर भेदभाव नहीं करती है कि ये लोग सेना में अग्निवीर योजना लागू होने से पहले आए थे या बाद में।
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