नई दिल्ली: अडानी एंटरप्राइजेज का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शुक्रवार को एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है। जिसमें यूएस-आधारित फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ जांच की मांग की गई है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण अडानी समूह के शेयरों में गिरावट आई है।
जनहित याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता एमएल शर्मा ने शॉर्ट-सेलिंग फर्म और इसके संस्थापक नाथन एंडरसन के खिलाफ जांच की मांग की। शर्मा ने एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई और अडानी समूह की कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों के लिए मुआवजे की मांग की।
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विपक्ष कर रहा है जांच की मांग
अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद से बाजार तक हलचल मची हुई है। विपक्ष अडाणी ग्रुप पर लग रहे आरोपों की जांच की मांग पर अड़ गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों की मीटिंग बुलाई। इसमें कांग्रेस, TMC, आम आदमी पार्टी (AAP), सपा, DMK, जनता दल और लेफ्ट समेत 13 पार्टियां शामिल हुईं।
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अडाणी का भारी नुकसान
अडाणी ग्रुप के शेयर लगातार गिर रहे हैं। आज भी कंपनी के शयेर गिरे हैं। कंपनी का शेयर 9 दिन में 70% गिरा गया है। अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप घटने से गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है।
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