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5 अगस्त को हो सकता है बड़ा ऐलान, राष्ट्रपति मुर्मू से PM मोदी-अमित शाह की मुलाकात क्या दे रही संकेत?

PM Modi Amit Shah Met President Murmu: प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है, क्योंकि तीनों की मुलाकात को 5 अगस्त को किसी बड़े ऐलान से जोड़कर देखा जा रहा है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: Aug 4, 2025 22:18
PM Modi | Amit Shah | President Droupadi Murmu
प्रधानमंत्री मोदी के बाद गृह अमित शाह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे।

PM Modi Amit Shah President Meeting: 5 अगस्त की तारीख देश के इतिहास में कई बार दर्ज हो चुकी है। इसी तारीख को मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई थी और राम मंदिर का शिलान्यास किया था। अब 5 अगस्त की तारीख एक बार सुर्खियों में है, क्योंकि 5 अगस्त 2025 को मोदी सरकार कोई बड़ी घोषणा करके देशवासियों को चौंका सकती है। रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पहले प्रधानमंत्री मोदी और फिर गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात ने ऐसे संकेत दिए हैं।

दोनों राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने राष्ट्रपति भवन पहुंचे और इस मुलाकात की आज सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। क्योंकि तीनों दिग्गजों की मुलाकात को 5 अगस्त को किसी बड़ी घोषणा से जोड़कर देखा जा रहा है। चर्चा है कि 5 अगस्त को मोदी सरकार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है। कल उपराष्ट्रपति चुनाव या जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्ज देने को लेकर भी बड़ा ऐलान हो सकता है या कोई बड़ा बिल आ सकता है। वहीं कल 5 अगस्त की तारीख को लेकर अटकलें इसलिए लगाई जा रही हैं, क्योंकि 5 अगस्त से मोदी सरकार का खास कनेक्शन रहा है।

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तीनों की मुलाकात की मीडिया को भनक नहीं लगी

वहीं प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात इसलिए भी सुर्खियों में है, क्योंकि यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है, जब उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विवाद गहराया हुआ है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग ने भी जोर पकड़ा हुआ है।

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दूसरी ओर, तीनों दिग्गज नेताओं की मुलाकात की जानकारी मीडिया को न राष्ट्रपति भवन की ओर से और न ही प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कोई जानकारी दी गई। न ही इस मुलाकात की वजह स्पष्ट हो रही है। देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री की अचानक मुलाकात आम बात भी नहीं है। क्योंकि तीनों नेताओं की या तो कोई फॉर्मल मीटिंग होती है या स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर तीनों एक साथ नजर आते हैं, ऐसे में बिना किसी मौके के तीनों की मुलाकात कुछ और ही संकेत दे रही है।

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5 अगस्त की तारीख से मोदी सरकार का कनेक्शन

बता दें कि तारीख 5 अगस्त मोदी सरकार के लिए काफी अहम है, क्योंकि इस तारीख को फोकस करके मोदी सरकार 2 बड़े काम कर चुकी है। एक काम जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का किया था। मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को हटाने का ऐतिहासिक फैसला लिया था। इस निर्णय के बाद जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले प्रावधान खत्म हो गए थे। जम्मू कश्मीर 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित हो गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दिन राष्ट्र को संबोधित भी किया था।

इसके अलावा 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन किया था। यह फैसला मोदी सरकार ने दशकों पुराने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद लिया था। 5 अगस्त 2024 को वक्फ अधिनियम में संशोधन के लिए बिल पेश करने की योजना मोदी सरकार ने बनाई थी। संशोधन का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की शक्तियों को सीमित करना और संपत्तियों को ‘वक्फ संपत्ति’ के रूप में नामित करने की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाना था। कैबिनेट ने 2 अगस्त 2024 को 40 संशोधनों को मंजूरी दी थी।

First published on: Aug 04, 2025 10:12 PM

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