नई दिल्ली: असम में हिमंत बिस्वा की सरकार बाल विवाह खिलाफ अभियान चला रही है। मंगलवार को राज्य में पुलिस ने 1,800 लोगों को गिरफ्तार किया। सरमा ने ट्वीट किया, “बाल विवाह निषेध अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ वर्तमान में राज्यव्यापी गिरफ्तारी चल रही है। अब तक 1800 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।”
बाल विवाह के मामलों में जीरो टॉलरेंस
असम के सीएम ने कहा कि उन्होंने पुलिस से बाल विवाह के मामलों में जीरो टॉलरेंस दिखाने को कहा है। सरमा ने कहा, “मैंने पुलिस से महिलाओं पर होने वाले अक्षम्य और जघन्य अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की भावना के साथ काम करने को कहा है।” असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में बाल विवाह को खत्म करने के प्रति दृढ़ संकल्पित है।
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सरमा ने गुरुवार को नागांव जिले में कहा था कि असम में कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले हजारों पुरुषों को गिरफ्तार किया जाएगा। उनका बयान जनवरी में बाल विवाह के खिलाफ उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई कार्रवाई की पृष्ठभूमि में आया था। कुछ अन्य जिलों में नागांव में बाल विवाह (42 प्रतिशत) और 18 वर्ष की आयु (15 प्रतिशत) तक पहुंचने से पहले जन्म देने वाली महिलाओं का उच्च प्रतिशत दर्ज किया गया था।
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5-6 महीनों तक चलेगा अभियान
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि अगले 5-6 महीनों में ऐसे हजारों लोगों (पतियों) को गिरफ्तार किया जाएगा। 14 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ यौन संबंध बनाना अपराध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला की शादी की कानूनी उम्र 18 साल है और कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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