Cholesterol Diet: शरीर में गंदा कॉलेस्ट्रोल बढ़ने लगता है तो रक्त वाहिनियों में चिपकना शुरू हो जाता है. इससे खून के प्रवाह पर असर पड़ता है और खून सही तरह से शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक नहीं पहुंच पाता. हाई कॉलेस्ट्रोल (High Cholesterol) के कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक, वेरिकोज वेन्स, मोटापा और ब्लड प्रेशर से जुड़ी दिक्कतें बढ़ जाती हैं. ऐसे में हाई कॉलेस्ट्रोल को समय रहते कम करना जरूरी होता है. डाइटीशियन श्वेता पांचाल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट शेयर करके बताया है कि अमरूद एक ऐसा फल है जिसे खाने पर हाई कॉलेस्ट्रोल कम होने लगता है. यहां जानिए किस तरह अमरूद (Guava) गंदे कॉलेस्ट्रोल को कम करता है और रोजाना कितने अमरूद खाने पर फायदा नजर आने लगता है.
क्या अमरूद कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए अच्छा है?
सोल्यूबल फाइबर से भरपूर – अमरूद में पेक्टिन नाम का सोल्यूबल फाइबर होता है जो कॉलेस्ट्रोल को डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में बांध लेता है और खून में सोखने से रोकता है. इससे एलडीएल (LDL) यानी गंदा कॉलेस्ट्रोल नेचुरली कम होने लगता है.
विटामिन सी से भरपूर – अमरूद विटामिन सी जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. आपको इससे संतरे से भी ज्यादा विटामिन सी मिल जाता है. इसके साथ ही, अमरूद रक्त वाहिनियों को प्रोटेक्ट करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर रखता है. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कॉलेस्ट्रोल बिल्ड अप को ट्रिगर करता है. ऐसे में अमरूद का सेवन इसे रोकता है.
ब्लड शुगर और वजन कम करना – अमरूद का एक बड़ा फायदा यह भी है कि ये ब्लड शुगर लेवल्स को स्टेबल करता है. इससे इंसुलिन स्पाइक कम होता है और फैट स्टोरेज कम होने में भी मदद मिलती है. इसके साथ ही, बैलेंस्ड वेट का मतलब है बेहतर लिपिड लेवल्स.
हार्ट और गट हेल्थ अच्छी रखना – अमरूद में पौटेशियम और मैग्नीशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है. इससे दिल की सेहत अच्छी रहती है. वहीं, फाइबर अच्छे गट बैक्टीरिया को फायदा देता है जिससे कॉलेस्ट्रोल कंट्रोल होता है.
कॉलेस्ट्रोल कम करने के लिए कैसे खाएं अमरूद
रोजाना एक मध्यम आकार का अमरूद (Amrood) खाया जा सकता है. अगर अमरूद ऑर्गेनिक है तो इसे छिलका समेत खा सकते हैं. अमरूद खाने का सही समय मिड मॉर्निंग यानी 10 से 11 के बीच का समय है इसके अलावा शाम 4 बजे इसे स्नैक की तरह खाया जा सकता है. इस बात का खास ध्यान रखें कि आप हैवी मील्स के साथ या फिर दूध के साथ इसे ना खाएं. पाचन में दिक्कत हो सकती है.
यह भी पढ़ें – National Epilepsy Day 2025: मिर्गी का दौरा कैसे ठीक होता है? यहां जानिए मिर्गी के क्या लक्षण होते हैं
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.










