Weight Loss Tips: ओबेसिटी या बढ़ा हुआ वजन एक ऐसी समस्या है, जो इन दिनों लोगों को बहुत ज्यादा परेशान कर रही है। इससे न सिर्फ पर्सनालिटी पर असर होता है बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। कई लोग जब पूरी मेहनत से कम कैलोरी वाली डाइट का सेवन करना शुरू करते हैं, तब भी उनका वजन नहीं घटता है, तो वे परेशान और उलझन में पड़ जाते हैं। कैलोरी-डेफिसिट डाइट यानी बिना कैलोरी या फिर शरीर को कम से कम कैलोरी वाले फूड्स प्रोवाइड करवाना। ये वेट लॉस के लिए जरूरी है लेकिन कुछ लोगों को इससे नुकसान भी हो सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट से।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि वजन घटाना केवल कैलोरी की का खेल नहीं है, बल्कि यह उससे कहीं ज्यादा मुश्किल है। आकाश हेल्थकेयर की हेड डाइटिशियन गिन्नी कालरा का कहना है कि वजन कम करना सिर्फ कैलोरी घटाने से नहीं होता है, बल्कि यह इस पर निर्भर करता है कि आपका शरीर उस कमी पर कैसे रिएक्ट करता है। उनका कहना है कि हार्मोनल इंबैलेंस, नींद की क्वालिटी, तनाव, सही पाचन तंत्र और हमारी शारीरिक गतिविधि, ये सभी कारक भी वजन घटाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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जानिए क्यों कम नहीं हो रहा वजन
1. मेटाबॉलिक अडॉप्टेशन
मेटाबॉलिक अडॉप्टेशन यानी हमारे शरीर का खुद को किसी चीज में ढाल लेना। जब हम लंबे समय तक कम कैलोरी खाते हैं, तो शरीर खुद को बचाने के लिए मेटाबॉलिज्म को भी धीमा कर देता है। ऐसे में वेट लॉस नहीं होता और साथ-साथ इससे शरीर में जरूरी तत्वों की कमी हो जाती है।
2. हिडन कैलोरी
कई बार हम खाना कम खाते हैं लेकिन इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि क्या खा रहे हैं। जैसे की कई पैकेज्ड सैलेड ड्रेसिंग, सॉस, पैकेज्ड फूड और गलत पोर्शन साइज के कारण कैलोरी काउंट ज्यादा हो जाता है। इस हिडन कैलोरी की वजह से भी वजन कम नहीं होता है।
3. मांसपेशियों को नुकसान
अगर हम अपनी लो कैलोरी की डाइट के साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग नहीं करते हैं, तो वजन भले कम हो जाए, लेकिन इससे शरीर का फैट बर्न नहीं होता है। इससे मसल्स का मांस कम हो जाता है, जिससे शरीर कमजोर हो जाता है। इससे हम शारीरिक कमजोरी कहते हैं न कि वजन कम होना।
4. हार्मोनल या मेडिकल प्रॉब्लम
थायराइड, पीसीओएस, इंसुलिन रेजिस्टेंस जैसी बीमारियों या लंबे समय तक तनाव से भी वजन घटाने में रुकावट आती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि कई बार हम अंदरुनी शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे होते हैं और साथ में लो कैलोरी डाइट का इनटेक करते हैं। ये कई बीमारियों के रिस्क को बढ़ा सकते हैं।
5. गट हेल्थ
हमारी गट हेल्थ हमारी सेहत और वेट दोनों के लिए जरूरी होती है। आंतों में मौजूद बैक्टीरिया यह तय करते हैं कि शरीर खाने को कैसे पचाता है और उसका उपयोग कैसे करता है। अगर इनमें असंतुलन हो तो वजन घटाना मुश्किल हो सकता है।
क्या करें?
डॉक्टर बताती हैं कि अगर कैलोरी के बाद भी वजन कम नहीं हो रहा है, तो आपको किसी डायटीशियन की सलाह जरूर लेनी चाहिए। कुछ जरूरी बातों को भी अपनाना चाहिए, जैसे कि:-
- अपने खाने की मॉनिटरिंग जरूर करें।
- अपना स्लीपिंग रूटीन सुधारें।
- तनाव को कम करें।
- मसल्स बनाने वाले व्यायाम जरूर करें।
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