Thyroid Symptoms In Women: थायराइड गले में मौजूद एक तितली जैसे आकार का ग्लैंड होता है। इस ग्लैंड का काम शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों को करने में सहायता प्रदान करना होता है। इन ग्लैंड्स का काम पाचन, सांस लेने की प्रक्रिया से लेकर मेटाबॉलिज्म और बॉडी के तापमान को कंट्रोल करने का होता है। ऐसे में इसका सही रहना बहुत जरूरी हो जाता है।
थायराइड के दो प्रकार होते हैं- हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म। इनका काम अलग-अलग होता है। इन दोनों के होने से शरीर में अलग-अलग संकेत दिखाई देते हैं। डायटीशियन प्रेरणा ने हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में क्या बताया है। आइए जानते हैं विस्तार से।
Hypothyroidism क्या है?
डायटीशियन प्रेरणा चौहान कहती हैं कि हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी मेडीकल कंडिशन है, जिसमें थायराइड ग्लैंड्स सही तरीके से हार्मोन प्रोडक्शन नहीं कर पाते हैं, जिससे शरीर के कई प्रोसेस भी धीमे पड़ जाते हैं। हाइपोथायरायडिज्म को अंडरएक्टिव थायराइड भी कहा जाता है। आमतौर पर अधिक उम्र की महिलाओं में यह स्थिति देखने को मिलती है, लेकिन कुछ पैमानों पर यह पुरुषों और बच्चों को भी प्रभावित कर सकती है। अगर समय पर इसे पहचान लिया जाए, तो बचाव करना आसान हो जाएगा।
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हाइपोथायरायडिज्म के 5 संकेत
थकान और कमजोरी महसूस करना
हाइपोथायरायडिज्म में थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है और शरीर में ऊर्जा का स्तर भी घट जाता है। डायटीशियन के मुताबिक, इसमें मरीज को पूरे दिन थकान और कमजोरी महसूस होती है। इसमें महिलाओं को कम गतिविधियां करने के बाद भी थकान महसूस होती है। इस टाइप के थायराइड में मसल्स बिल्कुल कमजोर हो जाती हैं और शरीर बिल्कुल लटका हुआ महसूस करता है।
वजन बढ़ना
थायराइड हार्मोन का स्तर कम होने से मेटाबोलिज्म वीक हो जाता है, जिससे अचानक से इंसान का वजन बढ़ता है। इस समस्या में शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता भी कम हो जाती है और वजन तेजी से बढ़ने लगता है।
स्किन और बालों में परिवर्तन
हाइपोथायरायडिज्म से ड्राई स्किन की समस्या हो सकती है और फेस पर बालों की ग्रोथ होती है। इसके अलावा, बालों का झड़ना भी एक सामान्य लक्षण है। बाल कमजोर और रुखे हो सकते हैं। चेहरे में सूजन भी इसका एक संकेत है।
ठंड लगना
थायराइड हार्मोन के कम उत्पादन से शरीर का तापमान अनियंत्रित हो जाता है, ऐसे में उसे बार-बार सर्दी-जुकाम, खांसी की समस्या होती रहती है। इसलिए, हाइपोथायरायडिज्म वाले व्यक्ति को बार-बार ठंड लगने की समस्या महसूस होती है। दरअसल, उनका शरीर बिल्कुल सेंसिटिव हो जाता है।
मेंटल हेल्थ
हाइपोथायरायडिज्म से डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और चिंता की समस्याएं भी हो सकती हैं। यह मानसिक स्थिति को भी प्रभावित करता है, क्योंकि शरीर में हार्मोनल असंतुलन रहता है।
इन 5 घरेलू उपायों से मिलेगी मदद
- थायराइड के इस प्रकार में आपको आयोडीन, सेलेनियम और जिंक जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स का सेवन करें।
- सी फूड्स, फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां और नट्स का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
- व्यायाम और शारीरिक गतिविधियां करते रहें।
- समय-समय पर थायराइड टेस्ट करवाएं।
- स्ट्रेस मैनेज करें और जरूरत पड़ने पर मेडिकल हेल्प भी लें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।