Swami Ramdev Thyroid Tips: अगर आप थायरॉइड की बीमारी से परेशान हैं, तो दवा खाते होंगे। यह लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है, जिससे दुनियाभर में कई लोग परेशान हैं। भारत में भी यह बीमारी काफी सक्रिय है, खासतौर पर महिलाएं। थायरॉयड की समस्याओं जैसे हाइपोथायरॉयडिज्म को नियंत्रित करने और स्वस्थ रहने के लिए योग एक प्रभावी और कारगर उपाय हो सकता है। योग इसलिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि इसके शरीर पर किसी प्रकार के अन्य साइड-इफेक्ट नहीं होते हैं। योग एक प्रकार के और भी लाभ हमें दे सकता है। बाबा रामदेव ने भी अपने कई योगा सेशन में थायरॉयड के लिए विशेष आसनों और प्राणायामों के बारे में बताया है। हम आपको उन्हीं के द्वारा बताए गए कुछ आसनों के बारे में बता रहे हैं, जो थायरॉइड पेशेंट्स के लिए फायदेमंद होंगे।
इन आसनों से दूर करें थायरॉइड की समस्या
1. सिंहासन
सिंहासन गले और गर्दन के एरिया के लिए बेनेफिशियल होता है। यह आसन थायरॉयड ग्लैंड्स की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इस आसन के दौरान गले की मांसपेशियों पर खिंचाव होता है, जो थायरॉयड ग्रंथि को उत्तेजित करता है और उसकी कार्यक्षमता को सुधारता है। इस आसन को करने से गले का तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है।
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2. ऊष्टासन
ऊष्टासन भी एक प्रभावी आसन है जो थायरॉयड ग्लैंड्स को एक्टिव रखने में मदद करता है। यह आसन गर्दन और गले के आस-पास के क्षेत्र को फायदा देता है, जिससे थायरॉयड ग्रंथि पर पॉजिटिव इंपैक्ट पड़ता है। इस आसन को करने से हार्मोनल इंबैलेंस भी संतुलित रहता है। साथ ही, इस आसन को करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है।
3. मत्स्यासन
मत्स्यासन को उत्तम आसन माना जाता है जो थायरॉयड और पैराथायरॉयड वाले ग्लैंड्स को सक्रिय रखता है। यह आसन थायरॉयड ग्रंथि को उत्तेजित करता है और कार्यप्रणाली में सुधार लाता है। इस आसन को करने से गर्दन और कंधों में लचीलापन बढ़ता है, मानसिक शांति प्रदान करता है और तनाव को कम करता है।
4. सर्वांगासन
बाबा रामदेव बताते हैं कि यह आसन अत्यधिक प्रभावी है जो थायरॉयड से होने वाले दर्द को भी कम करने में मदद करता है। यह आसन थायरॉयड और अन्य ग्रंथियों के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़िया रखता है, जिससे उनकी काम करने की प्रणाली में भी सुधार होता है। इस आसन को करने से तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है।
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5. हलासन
हलासन थायरॉयड ग्लैंड्स को उत्तेजित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आसन है, जो खासतौर पर गर्दन और गले के क्षेत्र को एक्टिव करता है। यह आसन थायरॉयड के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाता है और शरीर के अन्य हिस्सों में खिंचाव को बढ़ाता है।
स्वामी रामदेव कहते हैं कि थायरॉइड के मरीजों को इन आसनों को अपनी डेली लाइफ में शामिल करना चाहिए। इन आसनों को कम से कम 5-5 बार करें। साथ ही, कपालभाती का अभ्यास भी करें। इसके अलावा, धनिए का पानी पीना भी सही रहेगा।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।