Can Stress Cause Constipation: तनाव एक शारीरिक प्रतिक्रिया है, जो खतरा होने पर उससे बचने के लिए दी जाती है। तनाव के दौरान शरीर के एड्रेनालिन व कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन एक्टिव हो जाते हैं, जो आपको खतरे से निपटने के लिए तैयार करती है। तनाव के दौरान दिल तेजी से धड़कने लगता है, मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं और हाई बीपी का लेवल भी बढ़ जाता है इससे आपका शरीर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार हो जाता है। तनाव से अक्सर डिप्रेशन, पैनिक अटैक और चिंता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
स्ट्रेस कब्ज की समस्या को भी प्रभावित करता है। जब हम स्ट्रेस में होते हैं, तो हमारी शारीरिक प्रतिक्रिया परिवर्तित हो सकती है, जिससे शरीर की गति में इम्बेलेंस हो सकता है। ज्यादा स्ट्रेस होने पर, कॉर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन बढ़ते हैं, जो इंटसटाइन की गति को कम कर सकता है। कुछ लोग स्ट्रेस में अधिक या कम खाने लगते हैं, जो पाचन पर असर कर सकता है। अधिकतर लोग अच्छे आहार और शारीरिक गतिविधियों को नकारते हैं, जिससे फाइबर की मात्रा कम हो जाती है,जो कब्ज को बढ़ा सकती है।
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हार्मोनिक असंतुलन- जब किसी को स्ट्रेस में होता है, तो शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल के लेवल में वृद्धि होती है। यह हार्मोन पाचन पर असर कर सकता है और आंत पर असर करता है।
खान-पान में बदलाव- स्ट्रेस में कई लोग अपनी खानपान आदतों में बदलाव करते हैं, उन्हें तला, मिठा या प्रोसेस्ड पदार्थ की ओर आकर्षित हो सकता है, जिसमें फाइबर की मात्रा कम होने पर कब्ज की समस्या हो सकती है।
पानी का कम सेवन- स्ट्रेस में लोग पानी पीना भूल सकते हैं या पीने के पानी को नकार सकते हैं, जिससे बॉडी में नमी की कमी होती है और यह कब्ज का कारण बनता है।
शारीरिक गतिविधियों की कमी- स्ट्रेस होने पर व्यक्ति अकेला महसूस कर सकता है, जिससे वह शारीरिक गतिविधियों में भाग नहीं लेता। इससे आंतों की गति को धीमा कर सकती है।
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