Mentally Exhausted Signs क्या आप भी इमोशनली और मेंटली थका-थका महसूस करते हैं? किसी से भी बातचीत करने का मन नहीं होता है? अकेले रहने का मन करता है? कोई भी काम आसान नहीं लगता है और जब करने जाते हैं तो कई तरह की दिक्कतें आने लगती हैं। यह समस्या पुरुष और महिला दोनों में ही देखने को मिलती है, लेकिन ज्यादातर इस समस्या से महिलाएं जूझती हैं, क्योंकि महिलाएं घर, फैमिली, बच्चों को संभालना, बुजुर्गों की सेवा करना, मां-बाप का ख्याल रखने के साथ-साथ ऑफिस का काम भी करती हैं। इसी चक्कर में अपना ध्यान रखना भूल जाती हैं। यही कारण है कि वे धीरे-धीरे मानसिक थकान की शिकार होने लगती हैं।
मानसिक थकान का मतलब है, मसल्स की जगह दिमाग का थकना। यह तब होता है, जब आप लंबे टाइम तक एक ही काम को करने में लगे रहते हैं। इस कारण कई तरह से तनाव को झेलते हैं। आपका दिमाग तो अलर्ट रहता है, लेकिन भरपूर आराम नहीं ले पाते हैं। ऐसे में कैसे पता चलेगा कि आपको हर काम से ब्रेक लेने की जरूरत है। चलिए जान लेते हैं कि मेंटल हेल्थ खराब होने पर कैसे संकेत दिख सकते हैं?
मानसिक बीमारी होने के लक्षण
इमोशन्स पर कंट्रोल नहीं कर पाना
अगर आप मेंटली काफी थकान महसूस कर रहे हैं तो आपका मूड हर समय ऑफ रहने लगेगा। हर समय बहुत ज्यादा इरिटेशन फील करने लगेंगे। कोई बात होती नहीं है और आप लोगों को सुनाना शुरू कर देते हैं। कुल मिलाकर आप खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं।
हर चीज में परफॉर्मेंस खराब होना
जब आप मेंटली एक्टिव रहते हैं तो आप अपने हर काम में अपना बेस्ट देते हैं, लेकिन हर किसी की लाइफ में अप एंड डाउन आते हैं। यह लाइफ का पार्ट हैं। अगर आप मेंटली एग्जॉस्ट हैं तो किसी भी काम से आपका फोकस हट सकता है। यह आपको डिस्ट्रैक्ट करता है। किसी भी काम को करने के लिए मोटिवेशन नहीं मिलता, आप हर चीज को मिस करने लगते हैं।
हरदम खोया-खोया सा रहना
कई बार काम करते-करते आप एकदम खो जाते हैं और आपके हर काम पर असर पड़ने लगता है। इसका नतीजा यह होता है कि आप कोई भी डिसीजन जल्दी नहीं ले पाते हैं और आने वाले टाइम में कंडीशन खराब हो जाती है।
नींद से कोसों दूर रहना
आपको तेज नींद आ रही है, लेकिन आपका दिमाग इतना थका होता है कि आप सुकून भरी नींद तक ले नहीं पाते हैं। दरअसल, कई रिसर्च में यह बताया गया है कि जो लोग हर काम को ज्यादा सोचकर प्लान करते हैं, उन्हें अक्सर नींद की समस्या होती है। नींद भरपूर न होने पर मानसिक थकान ज्यादा होती है।
नेगेटिव थॉट्स आना
जब कोई मानसिक थकान से जूझने लगता है तो ऐसे में व्यक्ति डिप्रेशन, एंग्जायटी, बेमतलब की चिंता महसूस करता है। हर समय उसे बुरे-बुरे ख्याल आने लगते हैं और किसी अनहोनी के होने का डर सताने लगता है। किसी भी बात को ज्यादा सोचने से अटैक आ सकता है।