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कम पानी पीने से किडनी स्टोन का खतरा कितना ज्यादा? किन बातों का रखें ख्याल

Kidney Stone Risk Due To Dehydration: चिलचिलाती धूप के चलते कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन का खतरा बना रहता है। अगर सावधानी नहीं बरतते हैं, तो इसकी वजह से कई गंभीर समस्याएं पैदा होती हैंं, जिनमें किडनी की पथरी भी हो सकती है। ऐसे में किन-किन बातों का रखें ध्यान, आइए जान लेते हैं..  

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Jun 21, 2024 16:00
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Kidney Stone risk due to dehydration
डिहाइड्रेशन के कारण किडनी की पथरी का खतरा Image Credit: Freepik

Kidney Stone Risk Due To Dehydration: हाल के दिनों में बढ़ते तापमान ने कई समस्याएं आम लोगों की बढ़ा दी हैं। इतनी तेज गर्मी ने आम लोगों से लेकर जीव-जंतुओं का भी जीना मुश्किल कर दिया है। ऐसे में हाइड्रेशन का बहुत ख्याल रखना पड़ता है। क्योंकि पानी की कमी आपको कई परेशानियां दे सकता है और जल्दी से इसके लक्षण भी साफ नहीं दिखते हैं। अगर आप अपने खानपान के साथ पानी पीने पर ध्यान नहीं देते हैं, तो यह कुछ ही समय में बड़ा खतरा बन सकता है।

ऐसी ही एक समस्या है किडनी में पथरी बनना, जो कि आजकल हर किसी में देखने को मिल जाती है। आपको बता दें, किडनी की पथरी होना नॉर्मल समस्या है। यह हर उम्र व लिंग के लोगों को हो सकती है। पथरी बालू के कणों (Sand Particles) की तरह या गोल्फ की बॉल जैसी बड़े साइज की भी हो सकती है। इसलिए सावधानी नहीं रखते हैं तो इसके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। गर्मी और किडनी की पथरी का क्या रिलेशन है और सबसे अहम बात ये आजकल के युवाओं में क्यों ज्यादा देखी जा रही है। आइए जान लेते हैं इसका कारण ..

डिहाइड्रेशन और पथरी का कनेक्शन

गर्मी में पानी कम पीना शरीर में सुपर सेचुरेशन की आशंका को बढ़ा सकता है। यह तब होता है जब शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा ज्यादा हो जाए और पानी की मात्रा कम हो जाए। यह यूरिन को गाढ़ा करता है और इसी कारण पथरी की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन होने की कंडीशन यूरिन में मिनरल पदार्थ जैसे कैल्शियम व आक्सीलेट आदि बढ़ जाते हैं। ये यूरिन को गाढ़ा कर देते हैं और इससे पथरी बनने का चांस ज्यादा रहता है।

युवाओं में ज्यादा खतरा क्यों 

युवाओं में गर्मी के कारण युवाओं में पथरी की आशंका ज्यादा देखी जा रही है। कॉलेज जाने वाले और नौकरी करने वाले युवा इसके आसान शिकार हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है उनकी अस्त व्यस्त जीवन शैली होती है। लंबे समय तक बाहर रहने से पसीने का ज्यादा बहना डिहाइड्रेशन को बढ़ा सकता है। वहीं, जो कामकाजी युवा एसी कमरों में लगातार काम करते रहते हैं, वे भी पानी की कमी और इलेक्ट्रोलाइट सुपर सेचुरेशन के शिकार हो सकते हैं। एसी में प्यास कम लगने से पानी कम पीना और खानपान में नमक व प्रोटीन का ज्यादा होना भी उनमें किडनी की पथरी को बढ़ा सकता है।

बचाव के उपाय

  • शरीर में भरपूर पानी होना चाहिए, ताकि पानी की कमी न हो। इससे पथरी से बचाव हो सकता है।
  • दिन भर में 11-12 गिलास पानी पीने की आदत डालें। एक ग्लास कम से कम 200 मिली. पानी का होना चाहिए।
  • पानी की कमी केवल पसीना बहने से ही नहीं, बल्कि दूसरे कारणों से भी पॉसिबल हो सकता है।
  • प्यास न लगने पर भी कुछ समय के लिए ब्रेक लेकर पानी पीते रहें।
  • डाइट में नमक व प्रोटीन को कम करने को लेकर सजगता बरतें।

इन बातों का रखें ध्यान

  • अगर फैमिली में पथरी की हिस्ट्री रही है तो आपको डॉक्टर से जांच जरूर करते रहना चाहिए।
  • खानपान में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक लेने वाले भी पथरी के जोखिम रहता है। ऑक्सलेट युक्त पदार्थों में आलू, पत्तेदार सब्जी, चॉकलेट, कैफीन युक्त पदार्थ, सूखे मेवे आदि शामिल होते हैं।
  • ध्यान रहे अगर आप डेयरी प्रोडक्ट का अधिक सेवन करते हैं तो भी पथरी की आशंका अधिक हो सकती है।
  • इनएक्टिव लाइफस्टाइल, कसरत-योग न करना, घंटों बैठकर काम करना भी पथरी बनने का बड़ा कारण हो सकता है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है। 

First published on: Jun 21, 2024 04:00 PM

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