Junk Food Addiction In Youths: जंक फूड के सेवन से युवाओं की हेल्थ पर अनगिनत खतरे हो सकते हैं। द ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के नतीजे में अमेरिका, ब्राजील और स्पेन के रिसर्चरों की स्टडी के अनुसार, 14 % युवा और 12 % बच्चों में जंक फूड की दीवानगी इस कदर है कि इसके बेहद ही गंभीर खतरे की ओर इशारा करती है और यही कारण है कि आज के युवा हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशऱ, शुगर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
रिसर्चरों के अनुसार, बेहद ज्यादा कार्बोहाइड्रेट और फैट वाले अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड जैसे कैंडी, आइसक्रीम, फ्राइज, चिप्स, बर्गर, डिब्बा बंद खाना, कोल्ड ड्रिंक्स, चॉकलेट, पैकेज्ड सूप, हॉटडॉग और बहुत कुछ शामिल हैं। ऐसे फूड्स को ही अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड कहते हैं। इन्हें कई प्रोसेस से गुजारने के साथ ही कई ज्यादा तत्व मिलाते हैं, जो किसी नशीले पदार्थ से कम नहीं होते हैं। यह स्टडी 36 देशों में प्रकाशित 281 स्टडीज के विश्लेषण पर बेस्ड है।
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अनगिनत बीमारियों की जड़
रिसर्चरों के अनुसार, कई स्टडीज में यह सामने आया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स की वजह से मोटापा, दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशऱ, टाइप-2 डायबिटीज और कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है। इन प्रोडक्ट्स की ग्लोबल कंजप्शन(खपत) बढ़ रही है। जहां यूके और अमेरिका में यह एवरेज खाने का आधे से ज्यादा हिस्सा बन चुके हैं। वहीं, भारत में भी इनकी कंजप्शन अधिक तेजी से बढ़ रही है।
भारतीय बच्चों के लिए ज्यादा खतरा
डब्ल्यूएचओ (WHO), यूनिसेफ (UNICEF) और लॅसेट आयोग की जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि पॉल्यूशन और क्लाइमेट चेंज के साथ-साथ जंक फूड भी भारतीय बच्चों के जीवन के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। जो लोग ज्यादा तला हुआ भोजन करते हैं, उनमें शुगर और हार्ट डिजीज का खतरा कहीं ज्यादा हो सकता है। डब्लूएचओ के मुताबिक, हर साल जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन 30 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले रहा है। इतना ही नहीं इसकी वजह से ब्लड प्रेशऱ और हार्ट डिजीज का खतरा भी बढ़ रहा है।