Drinking milk tea is dangerous for health: भारत में रोज सुबह उठकर चाय पीना बहुत आमबात है, ऐसा माना जा सकता है कि लगभग 90% लोग सुबह का नाश्ता चाय के साथ करते हैं। इसके अलावा इनमें से ऐसे भी बहुत लोग होंगे जो शाम और रात में भी दूध की चाय पीने के शौकीन हैं। बहरहाल, भारत में सुबह और शाम चाय पीना एक रूटीन सा है। इसी के साथ दूध की चाय पीने वाले लोगों के लिए बुरी खबर सामने आई है। हाल ही में दूध की चाय पीने वालों पर रिसर्च किया गया, जिसमें चौंकाने वाले रिजल्ट सामने आए। इस रिसर्च में बताया गया है कि दूध की चाय का सेवन नशे की लत को बढ़ावा देती है और यह अवसाद, चिंता और यहां तक कि आत्महत्या के विचारों को उत्पन्न करती है।
कॉलेज के छात्रों पर किया गया रिसर्च
चीन में सिंघुआ विश्वविद्यालय और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ फाइनेंस एंड इकोनॉमिक्स के रिसर्चर ने 5,281 कॉलेज के छात्रों पर शोध किया। इस रिसर्च का लक्ष्य यह उजागर करना था कि क्या दूध वाली चाय की लत के लक्षण वास्तविक थे और क्या वे अवसाद और चिंता जैसी स्थितियों से संबंधित थे। रिसर्चर ने चीनी युवाओं के बीच दूध वाली चाय की लोकप्रियता में अभूतपूर्व वृद्धि को स्वीकार किया, जिससे उनके शोध के लिए मंच तैयार हुआ। इस शोध से पता चला है कि कुछ युवाओं में दूध की चाय की लत के स्पष्ट लक्षण दिखाई देते हैं।
रिसर्च में सामने आए चौंकाने वाले रिजल्ट
साथ ही उनमें से लगभग आधे लोगों ने माना कि वो हफ्ते में कम से कम एक कप दूध वाली चाय का सेवन करते हैं। रिसर्च में सामने आया कि ज्यादा मात्रा में सूगर वाली दूध वाली की चाय में अक्सर कैफीन होता है, जिससे किशोरों में खराब मूड और सामाजिक अलगाव पैदा होता है। इसके साथ ही रिसर्चर ने अनुमान लगाया कि चीन और अन्य जगहों पर युवा लोग भावनाओं से निपटने और अपनी मानसिक स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दूध की वाली चाय की ओर रुख कर रहे हैं।