Diabetes Medicines For Heart Attack And Strokes: एक दवा जिसे खाने से किडनी डिजीज और टाइप-2 डायबिटीज के रिस्क को कम करने में मदद मिलती है, हाल ही में एक नई स्टडी बताती है कि उन दवाओं को खाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क कम किया जा सकता है। इस स्टडी को द लैंसेट द्वारा किया गया था। इस अध्ययन में एक भारतीय मूल का डॉक्टर भी शामिल था। रिसर्च करने वाली पूरी टीम बताती है कि इस अध्ययन को करने के पीछे का कारण दुनियाभर में बढ़ रहे हार्ट डिजीज और स्ट्रोक के मामले हैं, जिससे मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। आइए जानते हैं इस बारे में सबकुछ।
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क्या कहती है स्टडी?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, ब्लड प्रेशर और मोटापा जैसी समस्याएं हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ा देती हैं। वहीं, हार्ट ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक कोविड से संक्रमित मरीजों को भी भविष्य में हार्ट अटैक आने का जोखिम है, इसलिए उन्हें पहले से ही सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रोनोलॉजी में छपी रिपोर्ट के अनुसार, दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावनाओं को कम करने के लिए टाइप-2 डायबिटीज की सोटाग्लिफ्लोजिन नामक दवा फायदेमंद है।

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कैसे दवा है सोटाग्लिफ्लोजिन?
यह दवा एसजीएलटी के रूप में काम करती है, जो शरीर में ग्लूकोज और प्रोटीन के स्तर को कम करती है। यह दवा शरीर के ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करती है। सोटाग्लिफ्लोजिन दवा का इस्तेमाल गुर्दे, आंतों, दिल और दिमाग में मौजूद एसजीएलटी1 रिसेप्टर्स और सिर्फ किडनी में मौजूद रहने वाले एसजीएलटी2 रिसेप्टर्स दोनों को एक साथ रोक सकता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है। इस रिसर्च में 10,584 मरीजों को शामिल किया गया था। इस दवा का असर देखने के लिए टीम ने लोगों को 16 महीनों तक इस दवा का डोज दिया था। परिणाम देखने के बाद पाया गया कि इस दवा से इन लोगों में इन सभी बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।