Computer Vision Syndrome: इन दिनों सभी लोग अपना ज्यादातर टाइम टेक्नोलॉजी के बीच बिता रहे हैं। ऑफिस का काम हो या स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई हर कोई लगातार कंप्यूटर पर अपना वक्त बिता रहा है। बच्चे हो या बड़े हर कोई दिन भर गेजेट्स का यूज करता रहता है। खासतौर पर मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर ये सब चीजें लोगों की लाइफ का एक हिस्सा बन चुका है। हालांकि, लगातार घटों स्क्रीन के सामने रहना और इस्तेमाल करना हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है।
स्क्रीन्स और टेक्नोलॉजी का बढ़ता इस्तेमाल कंप्यूटर विजन सिंड्रोम (सीवीएस) जैसी समस्या बनता जा रहा है। मौजूदा टाइम में लाखों लोग इससे प्रभावित हैं। यह समस्या लोगों की प्रोडक्टिविटी और क्वालिटी को खराब करती है। जो लोग ज्यादातर लंबे टाइम तक स्क्रीन का यूज करते हैं, उन्हें मस्कुलोस्केलेटल (Musculoskeletal) और आखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ बातें
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का कारण
सीवीएस होने के कई कारण हैं। इसका कारण किसी डिवाइज को लंबे टाइम तक इस्तेमाल करना है, जिससे खुजली, धुंधलापन, आंखों में दर्द होना, सिर में दर्द, पीठ में दर्द, गर्दन और कंधे में दर्द होना और कभी-कभी हाथों की उंगलियों का सुन्न पड़ना जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा नींद से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
लक्षण
- बिहेवियर पर असर
- नींद का खराब होना
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इन टिप्स से करें रोकथाम
- स्क्रीन टाइम को सीमित करें
- बैठने के समय सही पोश्चर होना चाहिए
- अच्छी रोशनी वाली जगह पर बैठें
- कंप्यूटर से सही दूरी बनाकर काम करें
- आखों की जांच टाइम से कराएं
- 20-20-20 नियम का पालन करें
- कंप्यूटर या लैपटॉप इस्तेमाल करते समय चश्मे में एंटी ग्लेयर लेंस लगवाएं
- आंखों में खुजली होने पर पानी के छपके मारे
- खाने में फल, हरी सब्जियां, आदि चीजों को शामिल करें
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।