Baldness Treatment By Using Blood: गंजेपन से जूझ रहे लोगों या जिनके बाल उड़ रहे हैं, उन लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब खून से बाल उगाए जाएंगे। झुर्रियों का भी इलाज होगा। इससे न साइड इफेक्ट होगा और न ही किसी तरह का संक्रमण होगा। सिर्फ 20 मिलीलीटर खून और सिर पर बाल उग जाएंगे। चेहरे की खूबसूरती भी बढ़ेगी। यह जानकारी इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. देबाशीष गुप्ता ने दी। वे चंडीगढ़ में एक होटल में इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के राष्ट्रीय सम्मेलन में शिरकत करने आए थे, जहां उन्होंने लोगों को खून से बाल उगने के बारे में बताया।
देश के कई शहरों में तकनीक से हो रहा इलाज
डॉ. देबाशीष गुप्ता ने बताया कि प्लेटलेट्स ग्रोथ कर सकते हैं। इसक इस्तेमाल करके गठिया और स्पॉडिलाइटिस का इलाज किया जा चुके हैं। इसी कड़ी में गंजेपन का इलाज तलाशने की कोशिश के तहत खून से बाल उगाने पर रिसर्च किया गया। सकारात्मक परिणाम आने के बाद से इससे लोगों का इलाज किया जा रहा है। डॉ. देबाशीष ने बताया कि अभी विदेशों में खून से बाल उगाए जा रहे हैं। देश के कुछ शहरों में भी खून से गंजेपन का इलाज किया जा रहा है। बहुत से लोगों को इसका फायदा हुआ है, लेकिन अभी भी देश के कई लोगों को इस तकनीक की जानकारी नहीं है। आप लोगों को बताया है। इसके बारे में आगे भी लोगों को बताएं।
खून के प्लेटलेट्स बंद ग्रोथ फैक्टर खोल देते
डॉ. देबाशीष के अनुसार, खून से निकाले गए प्लेटलेट्स से गंजेपन का इलाज करने से संक्रमण भी नहीं होगा। दूसरे व्यक्ति के खून से भी बाल उगाए जा सकते हैं। ऐसा करने से भी संक्रमण नहीं होगा। वहीं बाल उगाने के लिए प्लेटलेट्स को गंजे एरिया में इंजेक्शन के जरिए अंदर डालते हैं। प्लेट्लेटस उस एरिया के बंद ग्रोथ फैक्टर को खोल देते हैं, जिससे बाल के फॉलिकल बाहर निकलने लगते हैं और बाल उगने लगते हैं। बालों का झड़ना भी रुक जाता है। हेयर फॉलिकल के ऊपर छेद होता है, जहां से बाल बाहर आते हैं और फिर धीरे-धीरे उनकी लंबाई बढ़ने लगती है। डॉक्टर के अनुसार, लोग इस तकनीक का फायदा उठाकर फिर से जवां दिख सकते हैं।