नई दिल्ली: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके को लेकर बड़ा बयान दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दो केंद्र शासित प्रदेशों के विकास के लक्ष्य को “गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंचने” के बाद हासिल किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को पाकिस्तान के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि कब्जे वाले क्षेत्रों में पाकिस्तान लोगों के खिलाफ अत्याचार कर रहा है और उसे परिणाम भुगतना होगा।
उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान मानवाधिकारों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाता है, लेकिन वह खुद पीओके में लोगों पर अत्याचार कर रहा है। यही नहीं उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान अब पीओके के लोगों का उत्पीड़न करता है तो उसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
रक्षा मंत्री ने इन्फैन्ट्री डे प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा, “हमने अभी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अपनी विकास यात्रा शुरू की है। यह मिशन तभी पूरा होगा जब हम गिलगित और बाल्टिस्तान जैसे शेष हिस्सों में संसद के प्रस्ताव (1994 में पाकिस्तान द्वारा कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करने की मांग) के अनुरूप पहुंचेंगे और आचार्य शंकराचार्य और वल्लभभाई पटेल का सपना पूरा होगा और 1947 के शरणार्थियों को न्याय मिलेगा और उनकी जमीन वापस मिलेगी। वह दिन दूर नहीं जब यह जनादेश भी पूरा हो जाएगा।
अभी पढ़ें – आंतरिक सुरक्षा को लेकर चिंतन शिविर में PM मोदी बोले- अगले 25 साल ‘अमृत पीठ’ निर्माण के लिए होंगे
राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे उस वक्त हैरानी होती है कि जब यही आतंकी सुरक्षा बलों या फिर आम लोगों पर अटैक करते हैं तो ये लोग मानवाधिकार की बात क्यों नहीं करते हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है, लेकिन कश्मीरियत के नाम पर यहां असंख्य लोगों की जान गई और उनके घरों को भी तबाह कर दिया गया था।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Edited By