नई दिल्ली: इंटरपोल की बैठक में पाकिस्तानी अफसर शामिल हुए। यह पूछे जाने पर कि क्या अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को जल्द ही भारत को सौंप दिया जाएगा? एक उच्च पदस्थ पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी ने मंगलवार को टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
दरअसल पाकिस्तान की सबसे बड़ी जांच एजेंसी फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के डायरेक्टर जनरल मोहसिन बट से जब मीडिया कर्मियों ने सवाल करना चाहा तो वह पहले ही बोलने से इनकार करने लगे। हालांकि पत्राकर ने उने पूछ ही लिया कि पाकिस्तान कब दाऊद और आतंकी हाफिज सईद को भारत को सौंपेगा। इसपर पाकिस्तान अफसर के मुंह पर ताला लग गया।
#WATCH | Pakistan's director-general of the Federal Investigation Agency (FIA) Mohsin Butt, attending the Interpol conference in Delhi, refuses to answer when asked if they will handover underworld don Dawood Ibrahim & Lashkar-e-Taiba chief Hafiz Saeed to India. pic.twitter.com/GRKQWvPNA1
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) October 18, 2022
दिल्ली में इंटरपोल महासभा में भाग लेने के लिए भारत में पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के महानिदेशक मोहसिन बट ने समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा इस विषय पर सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया। बट पाकिस्तान के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं।
1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों में शामिल होने के कारण दाऊद इब्राहिम को 2003 में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ‘वैश्विक आतंकवादी’ नामित किया गया था। पिछले महीने राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 25 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी।
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बता दें कि दुनियाभर में अपराध पर रोक लगाने के लिए। 1923 में इंटरपोल का गठन किया गया था। यह एक अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है। इसकी स्थापना ऑस्ट्रिया के विएना में हुई थी। 195 देश इसके सदस्य हैं।
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