छत्तीसगढ़: आज के समय में हम इंटरनेट के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन छत्तीसगढ़ में 15 अगस्त तक एक गांव ऐसा था जहां इंटरनेट नेटवर्क के लिए 4 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता था। लेकिन अब स्थानीय प्रशासन व सुरक्षा एजेंसियों की मदद से इस गांव तक भी इंटरनेट पहुंच गया है।
Chhattisgarh | Tribals of naxal-prone Abujmarh who used to travel for 3-4 kilometers for internet services are now getting internet facilities in their village pic.twitter.com/mQKNQ45d8s
---विज्ञापन---— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 16, 2022
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टावर लगाए गए
यह गांव नक्सल प्रभावित है और इसका नाम अबुजमढ है। यहां के आदिवासियों को अब उनके गांव में इंटरनेट की सुविधा मिल रही है। नारायणपुर कलेक्टर आर रघुवंशिल के मुताबिक अजूबमढ़, सोनपुर और अन्य क्षेत्रों में अब तक इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं थी। हमने टावर लगाए हैं और उन्हें इंटरनेट सेवाएं मुहैया करा रहे हैं। उनका कहना था कि ऑप्टिकल फाइबर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जल्द ही पूरे जिले को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा।
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ऑनलाइन अध्ययन में मदद
नारायणपुर एसपी सदानंद कुमार ने कहा कि नारायणपुर से ओरछा तक नेटवर्क और इंटरनेट की समस्या थी। हमने
टावर लगवाए हैं और इन इलाकों में इंटरनेट सेवा शुरू की गई है। यह ऑनलाइन अध्ययन और ऑनलाइन लेनदेन में मदद करेगा। हम इन सेवाओं को अब अन्य गांवों में विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं।
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