Chandigarh Violence: चंडीगढ़-मोहाली बाॅर्डर पर हिंसा करने वाले प्रदर्शनकारियों को आज पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। बुधवार को ये लोग सजा पूरी कर चुके सिख कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन करने के दौरान खालिस्तान समर्थक नारे भी लगाए।
बुधवार को इन लोगाें ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर चंडीगढ में घूसने की कोशिश की। पुलिस द्वारा रोके जाने पर इन लोगों ने तलवारों और डंडों से हमला कर दिया।
आरोपियों ने इसके बाद पुलिस के वाटर कैनन पर कब्जा कर लिया। पुलिस की शील्ड, हथियार और टियर गैस के ग्रेनेड भी लूट लिए। पुलिस ने इन पर आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस हिंसा में चंडीगढ़ पुलिस के कई कर्मचारी घायल हो गए। जिसके बाद पुलिस ने सेक्टर 36 थाने में केस दर्ज कर लिया है।
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हार्डकोर अपराधियों की मांग रहे रिहाई
पक्का मोर्चा के तहत जिन सिख कैदियों की रिहाई की मांग की जा रही है उनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का हत्यादोषी और बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी जगतार सिंह हवारा भी है। उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलते हुए कोर्ट ने उसे आजीवन जेल में ही रखने का फैसला दिया था।
वहीं बेअंत सिंह हत्याकांड में फांसी की सजा पाने वाला बलवंत सिंह राजोआणा और दिल्ली के 1993 बम ब्लास्ट का दोषी दविंदर पाल सिंह भुल्लर अहम है।
आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज
चंडीगढ़ पुलिस ने मामले में दंगा करने, हथियारों समेत दंगे करने, गैरकानूनी रुप से जुटने, सरकारी कर्मी की ड्यूटी में बाधा पहुंचाने, सरकारी आदेशों की उल्लंघन करने, सरकारी कर्मी को ड्यूटी के दौरान जानबूझकर चोटिल करने, चोट पहुंचाने, हत्या के प्रयास, डकैती, रॉबरी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, आपराधिक साजिश रचने और आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है।
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