Telecom companies concern about Amazon-Microsoft : सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसे तकनीकी दिग्गजों पर गंभीर आरोप लगाया है। बता दें कि COAI एयरटेल, रिलायंस जिओ और आईडिया-वोडाफोन का प्रतिनिधित्व करता है। COAI का कहना है कि ग्राहकों को एंटरप्राइज मैसेज भेजने के लिए व्हाट्सएप और अन्य अनियमित(unregulated) प्लेटफार्मों पर लीगल टेलीकम्युनिकेशन तरीके को दरकिनार किया जा रहा है। टेलीकम्युनिकेशन सचिव को लिखे पत्र में COAI का तर्क है कि यह प्रक्रिया लाइसेंसिंग और सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करती है, जिसके परिणामस्वरूप सरकार और टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों को राजस्व का नुकसान होता है।
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टेलीकॉम कंपनियों को रेवेन्यू का भारी नुकसान
जहां डोमेस्टिक एंटरप्राइज कम्युनिकेशन पर प्रति मैसेज 0.13 रुपये का शुल्क लगता है, वहीं अंतरराष्ट्रीय एंटरप्राइज अलर्ट मैसेज भेजे जाने पर लगभग 4-4.5 रुपये का शुल्क लगता है। टेलीकॉम कंपनियों ने दावा किया है कि तकनीकी कंपनियां अंतरराष्ट्रीय एंटरप्राइज कम्युनिकेशन शुल्क से बचने के लिए बिना लाइसेंस वाले तरीकों का उपयोग कर रही हैं।
COAI की चेतावनी
COAI ने यह भी चेतावनी दी है कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है और 3,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का संभावित नुकसान हो सकता है। टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों द्वारा इंटरनेशनल मैसेज भेजने के लिए बिना लाइसेंस वाले रूट्स के उपयोग पर भी प्रकाश डाला गया है। बता दें कि कुछ समय पहले तक एसएमएस(SMS) के जरिए आने वाले अमेजन ऑर्डर डिलीवरी अपडेट, अब व्हाट्सएप पर आने लगे हैं। इसी तरह, ग्राहकों को कुछ अन्य एंटरप्राइज अपडेट भी हैं, जो अब एसएमएस के बजाय व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे जाते हैं।