Google Chrome Update: अगर आप इंटरनेट पर थोड़ा भी समय बिताते हैं, तो “कुकीज” (cookies) शब्द जरूर सुना होगा। ये छोटे डाटा फाइल्स वेबसाइट्स आपके ब्राउजर में स्टोर कर लेती हैं, ताकि आपको बार-बार लॉग इन करने या अपनी पसंद दर्ज कराने की जरूरत ना पड़े। मगर, कुछ समय से इन कुकीज को लेकर काफी बहस चल रही थी। खासकर, थर्ड पार्टी कुकीज (third-party cookies) जो अलग-अलग वेबसाइट्स आपकी ऑनलाइन एक्टिविटीज को ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल करती हैं।
पहले तो लग रहा था कि गूगल अपने क्रोम ब्राउजर से तीसरे पक्ष की कुकीज को पूरी तरह हटाने जा रहा है। मगर, हाल ही में गूगल ने अपने रुख को बदल लिया है! अब गूगल यूजर्स को एक नया सिस्टम देने जा रहा है, जिससे वो खुद तय कर सकेंगे कि उनकी ऑनलाइन गतिविधियों को ट्रैक किया जाए या नहीं।
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तो ये नया सिस्टम कैसे काम करेगा?
- Google Chrome में एक नया फीचर आएगा, जहां यूजर्स को ये सलेक्ट करने का मौका मिलेगा।
- आप ये सेट कर सकेंगे कि आप किन वेबसाइट्स को आपकी जानकारी ट्रैक करने की इजाजत देते हैं।
- आप ये भी सेट कर सकेंगे कि आपकी पसंद कभी भी बदली जा सके।
- इस बदलाव का मतलब है कि यूजर्स को अब अपनी पसंद का पूरा अधिकार होगा। आप चाहें तो ट्रैकिंग की इजाजत दे सकते हैं, या फिर पूरी तरह मना कर सकते हैं। ये कदम यूजर्स की प्राइवेसी के लिए काफी फायदेमंद है।
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लेकिन, क्या इसका मतलब है कि तीसरे पक्ष की कुकीज पूरी तरह खत्म हो जाएंगी? नहीं, जरूरी नहीं, गूगल अभी भी प्राइवेसी के लिहाज से सुरक्षित दूसरी टेक्नोलॉजी डेवलप कर रहा है। ये नई टेक्नोलॉजी उतनी ही जानकारी जुटा पाएगी, जितनी अब ट्रैकिंग कुकीज जुटाती हैं, लेकिन यूजर्स की प्राइवेसी का ज्यादा ख्याल रखेगी।
तो कुल मिलाकर, ये बदलाव एक अच्छा संकेत है। यूजर्स को अब ये अधिकार मिल रहा है कि वो अपनी ऑनलाइन गतिविधियों पर किसको नजर रखने दें। साथ ही, गूगल भी नई टेक्नोलॉजी के साथ प्राइवेसी और सही जानकारी जुटाने के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है।