CERT-In warns Apple iPhone and MacBook Users: भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने Apple का डिवाइस यूज करने वालों के लिए एक चेतावनी जारी की है। Vulnerability नोट CIAD-2024-0007 के साथ जारी अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में सरकारी एजेंसी ने कई Apple डिवाइस में कई खामियों के बारे में बताया है, जिनका हैकर्स फायदा उठा सकते हैं। करोड़ों यूजर्स का इस वक्त पर्सनल डाटा खतरे में है और यहां तक कि डिवाइस पर हैकर्स कंट्रोल भी कर सकते हैं।
सीईआरटी-इन के अपने Vulnerability नोट में बताया है कि ये खामियां काफी ज्यादा खतरा पैदा कर रही हैं, खासकर उन यूजर्स के लिए जिनके पास आईफोन और मैकबुक हैं। इन खामियों का यूज करके हैकर्स आपके पर्सनल डाटा तक पहुंच सकते हैं, मनमाना कोड डिवाइस पर एडिट कर सकते हैं। साथ ही सिक्योरिटी रेस्ट्रिक्शन्स को बाईपास कर सकते हैं। CERT-In ने सभी Apple डिवाइस यूजर्स से आग्रह किया है कि वे अपने डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए जल्द से जल्द फोन या लैपटॉप को अपडेट कर लें।
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एप्पल के ये डिवाइस खतरे में…
- Apple वॉच सीरीज 4 और उसके बाद के डिवाइस
- Apple TV HD और Apple TV 4K के सभी मॉडल्स
- 17.3 से पहले के Apple TVOS
- 10.3 से पहले के Apple watchOS पर रन करने वाले डिवाइस
- 12.7.3 से पहले के Apple macOS मोंटेरे
- 13.6.4 से पहले के Apple macOS वेंचुरा
- 14.3 से पहले के Apple macOS सोनोमा
- 15.8.1 से पहले के Apple iOS और iPadOS
- iPhone 6s, iPhone 7, iPhone SE, iPad Air 2, iPad मिनी (4th GEN), और iPod Touch (7th GEN) के सभी मॉडल शामिल है।
- 16.7.5 से पहले के Apple iOS और iPadOS डिवाइस भी खतरे में हैं।
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कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
ऐसे किसी भी खतरे से निपटे के लिए सबसे पहले अपने डिवाइस का पासवर्ड चेंज करें और अपने अक्कोउट को सिक्योर करें। साथ ही अपने पर्सनल डाटा का एक गूगल ड्राइव या क्लाउड पर बैकअप लें। इसके बाद अपने डिवाइस की सेटिंग में जाएं और यहां आपको सॉफ्टवेयर अपडेट का ऑप्शन मिलेगा। इधर से आपको फोन के ऑटो अपडेट ऑप्शन को ऑन कर देना है। इससे ये होगा कि जब भी कंपनी कोई बड़ा अपडेट रोल आउट करेगी तो वह अपने आप इनस्टॉल हो जाएगा।
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